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शिंदे राज में गजबे बा! …मरीजों की गोपनीय रिपोर्ट की बना डाली पेपर प्लेट

-नाश्ता करनेवालों पर मंडराया संक्रमण का खतरा

राजेश जायसवाल / मुंबई
महाराष्ट्र के शिंदे राज में गजब का कारभार चल रहा है। अब तो हद ही हो गई है। मनपा अस्पताल में जो मरीजों की गोपनीय रिपोर्ट होती है, उसकी नाश्ते की प्लेट बना दी गई हैं। अस्पताल के कागज में नाश्ता करने से आम लोगों पर संक्रमण का खरा मंडरा रहा है। यह मामला केईएम अस्पताल का है। अस्पताल की इस हरकत पर मनपा की पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर ने शिंदे सरकार को घेरा है।
मिली जानकारी के अनुसार, मनपा अस्पतालों के मरीजों के रिपोर्ट कार्ड से नाश्ते और अन्य खाद्य सामग्री परोसने की पेपर प्लेटें बनाई जा रहीr हैं। जबकि मरीज के रिपोर्ट कार्ड गोपनीय दस्तावेज होते हैं। यही नहीं अस्पताल के कागज कई हाथों से गुजरते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा रहता है। अब ऐसे पेपर से बनी प्लेट में नाश्ता करनेवाला आम आदमी भी उक्त संक्रमण का शिकार हो सकता है। इससे अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो सकता है।

शिंदे को बाहर करने की मांग
पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि जब से अतिरिक्त मनपा आयुक्त सुधाकर शिंदे आए हैं, तब से मनपा में लापरवाही कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। उनकी उम्र बीत चुकी है और उन्हें लगातार एक्सटेंशन भी दिया जा रहा है। उनके पीछे कौन है? वे किसकी शरण में बैठे हैं? पेडणेकर ने पहले भी उन्हें बर्खास्त करने की मांग की थी। इस मामले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) विधायक अजय चौधरी ने आरोप लगाया है कि केईएम के डीन दबाव में हैं। वे बात नहीं सुन रहे हैं। हमने सारी जानकारी निकाल ली है। हम जानते हैं कि त्रुटियां क्या हैं और किस प्रकार की प्रणाली लागू की जा रही है। यहां कर्मचारी सही शब्दों का प्रयोग नहीं करते। नर्सों के आवास शीघ्र बनाने के लिए हमारा प्रयास दो वर्षों से चल रहा है।

अस्पताल के कागज कई हाथों से गुजरते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा रहता है। अब ऐसे पेपर से बनी प्लेट में नाश्ता करनेवाला आम आदमी भी उक्त संक्रमण का शिकार हो सकता है। इससे अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो सकता है।’

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