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मरीन ड्राइव वासियों का माथा ठनका … अब नहीं होने देंगे रोड इवेंट! बीसीसीआई को लिया आड़े हाथों

अदालत का खटखटाएंगे दरवाजा
सामना संवाददाता / मुंबई
बारबाडोस में वर्ल्डकप जीतने के बाद मुंबई स्थित मरीन ड्राइव पर टीम इंडिया की जबरदस्त ‘विक्ट्री परेड’ निकाली गई थी। इस कारण वहां विशाल भीड़ जमा हो गई थी। स्थानीय निवासियों को इस भीड़ के कारण काफी परेशानियां झेलनी पड़ी थीं। इससे इन निवासियों का माथा ठनक गया और अब उन्होंने इस मामले में बीसीसीआई को आड़े हाथों लिया है। इस भीड़ के चलते मरीन ड्राइव वासियों को जो परेशानियां झेलनी पड़ीं और उनकी प्रॉपर्टी का जो नुकसान हुआ, उसके बाद उनका कहना है कि अब वे वहां इस तरह का ‘रोड इवेंट’ नहीं होने देंगे और इसके लिए वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।

भीड़ ने पहुंचाया प्रॉपर्टी को नुकसान

वर्ल्ड कप की जीत के बाद मरीन ड्राइव पर निकाली गई ‘विक्ट्री परेड’ के लिए जमा भीड़ और ट्रैफिक के कारण स्थानीय निवासियों का आवागमन बाधित हो गया था। एक स्थानीय निवासी रमेश गुप्ता ने बताया, ‘हमारे वाहनों को क्षति पहुंची और कई लोगों की प्रॉपर्टी का नुकसान हुआ। यह एक अराजकता का माहौल था।’ इस ‘विक्ट्री परेड’ के लिए बीसीसीआई द्वारा कोई उचित प्रबंधन नहीं किया गया, जिससे स्थिति बिगड़ गई। भीड़ ने मरीन ड्राइव के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ दिया। निवासियों ने आरोप लगाया है कि बीसीसीआई ने केवल उत्सव पर ध्यान दिया, लेकिन सुरक्षा और प्रबंधन की जिम्मेदारियों को नजरअंदाज किया। निवासियों की शिकायतें केवल भौतिक क्षति तक सीमित नहीं हैं। उनके अनुसार, इस प्रकार के इवेंट्स से मानसिक तनाव भी होता है।
एक अन्य निवासी ने कहा, ‘हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारी सुरक्षा और शांति को ऐसे नजरअंदाज किया जाएगा।’ अब मरीन ड्राइव के निवासी इस मुद्दे को अदालत तक ले जाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे ऐसे इवेंट्स को अपने इलाके में अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस मामले में बीसीसीआई की प्रतिक्रिया अभी आना बाकी है, लेकिन निवासियों की नाराजगी ने प्रशासन के कान खड़े कर दिए हैं। निवासियों का कहना है कि हम अपने इलाके की शांति और सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। यह घटना प्रशासन और आयोजन समितियों के लिए एक कड़ा सबक है कि वे भविष्य में ऐसे इवेंट्स का आयोजन करते समय स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दें। मरीन ड्राइव के निवासियों की यह आवाज शायद अन्य इलाकों के लिए भी एक चेतावनी साबित हो सकती है। इस परेड की वजह से मरीन ड्राइव के निवासियों को ६ घंटे तक हाउस अरेस्ट की तरह रहना पड़ा।

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