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मुर्दों को भी नहीं बख्स रही मनपा, बिल्डरों के फायदे के लिए बाभई श्मशान भूमि में लगा ताला! प्रदूषण के नाम पर किया जा रहा स्थानांतरित, शिवसेना विधायक ने सदन में उठाया मुद्दा

सामना संवाददाता / मुंबई
बिल्डरों द्वारा बनाए गए टावरों में बने फ्लैट आसानी से बिक सकें इसलिए प्रदूषण का हवाला देते हुए मुंबई मनपा ने बोरीवली स्थित बाभई श्मशान भूमि में ही ताला लटका दिया है। इतना ही नहीं मनपा मुर्दों को भी नहीं बख्स रही है और इस श्मशान भूमि को स्थानांतरित करने की साजिश में जुट गई है। इसके तहत यहां की बजाय मनपा गोराई खाड़ी के निटक आकाशवाणी केंद्र के पास दाह संस्कार की व्यवस्था करने की फिराक में है। यदि इसमें मनपा के मंसूबे पूरे होते हैं तो नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने विधानमंडल में मांग की है कि इस श्मशान भूमि की मरम्मत करके उसे फिर से शुरू किया जाए।
शिवेसना विधायक विलास पोतनीस ने विधान परिषद में इसे लेकर औचित्य के माध्यम से सरकार का ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि बाभई हिंदू श्मशान भूमि को मनपा ने जर्जरता का हवाला देकर पिछले साल से बंद कर दिया है। इसकी बदहाली के लिए स्थानीय नागरिक और जनप्रतिनिधि लगातार प्रयासरत हैं। पोतनीस ने कहा कि बिल्डरों, मनपा के अधिकारियों और कुछ स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने श्मशान भूमि को गोराई खाड़ी स्थित आकाशवाणी केंद्र के पास स्थानांतरित करने की साजिश रची है। पोतनीस ने कहा कि साजिश कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस श्मशान भूमि के धुएं से प्रदूषण पैâल रहा है।
वाहनों और निर्माण कार्यों की तुलना में मामूली है प्रदूषण बाभई श्मशान भूमि का धुआं सालों से फिल्टर किया जा रहा है। विधायक पोतनीस ने कहा कि मुंबई में वाहनों और निर्माणों से होनेवाले प्रदूषण की मात्रा को देखते हुए इस श्मशान भूमि से होनेवाला प्रदूषण बहुत ही मामूली है। पोतनीस ने सरकार से मांग की कि इस श्मशान भूमि की मरम्मत का कार्य तुरंत प्रारम्भ किया जाए और इसे बिना किसी स्थानांतरण के फिर से शुरू किया जाए।

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