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नशे में था मिहिर शाह! -संजय राऊत का सनसनीखेज आरोप

ब्लड रिपोर्ट पॉजिटिव न आए
इसीलिए उसे किया गया था फरार
सामना संवाददाता / मुंबई
वरली हिट एंड रन मामले में घाती सरकार आरोपी मिहिर शाह को बचाने की कोशिश कर रही है। दुर्घटना के समय मिहिर ड्रग्स के नशे में था। उसके द्वारा किया गया नशा रिकॉर्ड पर और पॉजिटिव न आ सके इसलिए उसे तीन दिनों तक फरार रखा गया। इस तरह का खनसनीखेज आरोप शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने कल लगाया। संजय राऊत ने आगे कहा कि संदेह की सुई मुंबई पुलिस पर भी जा रही है।
मीडिया से बातचीत में संजय राऊत ने वरली के हिट एंड रन मामले पर सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि यह सामान्य मामला नहीं है। पुणे के पोर्शे कार मामले में अग्रवाल परिवार की तरह ही यह भी नेता पैâमिली है। संजय राऊत ने कहा कि मिहिर को पहले दिन से ही बचाने की कोशिश हो रही है। उनका अंडरवर्ल्ड से संबंध है क्या? इतनी महंगी कार कहां से आती है? ये संपत्ति कहां से आई? इसका हिसाब मुंबई पुलिस को अब करना पड़ेगा। वे मुख्यमंत्री के नजदीकी वैâसे हुए? इस तरह के सवाल संजय राऊत ने किया। बोरीवली पुलिस थाने में जाकर सभी रिकॉर्ड चेक करने पर राजेश शाह कौन है, ये पता चल जाएगा। उन्होंने पुलिस आयुक्त से आग्रह किया कि राजेश शाह का रिकॉर्ड सभी के सामने लाएं।
सड़कों पर उतरकर मुख्यमंत्री और पुलिस से मांगें जवाब
संजय राऊत ने गुस्सा जताते हुए कहा कि मिहिर नशे में एक निरपराध महिला को कुचल दिया। एक बार नहीं, बल्कि कई बार कुचलते रहा। सड़क पर फेंककर फिर से कुचला। यह बहुत ही अमानवीय कृत्य है। संजय राऊत ने कहा कि ऐसा निर्दयी व्यक्ति कानून के शिकंजे से नहीं छूटना चाहिए और यदि वह छूटता है तो सड़क पर उतरकर लोगों को जवाब मांगना चाहिए। मुंबई पुलिस और मंत्रालय में बैठे मुख्यमंत्री से पूछना चाहिए।

विधान परिषद में क्रॉस वोटिंग का भय सत्ताधारियों को ही
विधान परिषद के चुनाव को लेकर संजय राऊत ने कहा कि क्रॉस वोटिंग का सबसे ज्यादा भय सत्ताधारियों को ही है। विधान परिषद का मतदान राज्यसभा की तरह खुला होना चाहिए। इस तरह का रुख हमेशा से महाविकास आघाड़ी का रहा है। विधान परिषद में प्रज्ञा सातव, जयंत पाटील और मिलिंद नार्वेकर आघाड़ी के तीनों प्रत्याशी चुने जाएंगे। इस तरह का विश्वास भी संजय राऊत ने व्यक्त किया। घोड़ा बाजार रोकना है तो महायुति अपने प्रत्याशी को पीछे ले, क्योंकि घाती गुट के पास इतने मत नहीं हैं कि उसका दूसरा प्रत्याशी चुनकर आ सके। इस तरह की तीखी प्रतिक्रिया भी इस दौरान उन्होंने दी।

 

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