मुख्यपृष्ठखेलक्लीन बोल्ड : कभी गोद में था, आज गोल किंग है

क्लीन बोल्ड : कभी गोद में था, आज गोल किंग है

अमिताभ श्रीवास्तव

यह कितना बड़ा संयोग है कि आज से १६ साल पहले फुटबाल के किंग लियोनल मैसी ने जिस बालक को अपनी गोद में उठाकर खिलाया वो फुटबाल में ही गोल का किंग बनने जा रहा है। और यह सब मैसी के सामने ही हो रहा है। जी हां, १६ साल और ३६२ दिन की उम्र में यमाल, यूरो कप के इतिहास के सबसे कम उम्र के गोल स्कोर करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। मेसी ओर यमाल की ये तस्वीर यमाल के पिता ने इंस्टाग्राम पर शेयर की। उन्होंने लिखा, ‘दो महान लोगों की शुरूआत।’ ये तस्वीरें जोआन मॉनफोर्ट ने ली थी जो एसोसिएटेड प्रेस के लिए एक प्रâीलांस फ़ोटोग्राफर के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि यह फोटोशूट तब किया गया जब बच्चों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ़ ने स्पेन के मातारो कस्बे में चैरिटी लॉटरी एक आयोजन किया था। लमीन का यहां परिवार रहता था। बताइए तब कौन जानता था कि मैसी की गोद मिल जाने वाली इस घटना के बाद मैसी का फुटबाल खेल भी मिला और वो भी मैसी को अचंभित कर देने वाले खिलाड़ी के रूप में।
जेम्स का जलवा
अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे इंग्लैंड के सबसे उम्रदराज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का जलवा अभी भी बरकरार है। करीब ४२ साल के जेम्स क्रिकेट की दुनिया के आज भी सबसे घातक गेंदबाज बने हुए हैं, मगर इसके बावजूद उन्होंने संन्यास का मन बना लिया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही सीरीज के बाद वे क्रिकेट को अलविदा कहने वाले हैं। किंतु इसके पूर्व उनके जलवे को देख सब आश्चर्यचकित भी हैं। क्योंकि जेम्स एंडरसन ने इतिहास रच दिया है। वह वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट फॉर्मेट में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। लॉर्ड्स टेस्ट से पहले वह वेस्टइंडीज के खिलाफ सर्वाधिक विकेट प्राप्त करने के मामले में तीसरे स्थान पर काबिज थे, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने ज्यों ही एलिक अथानाजे का विकेट चटकाया। वैसे ही वह टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव को पछाड़ते हुए दूसरे स्थान पर पहुंच गए। कपिल देव टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज के खिलाफ सर्वाधिक विकेट चटकाने के मामले में अब तीसरे पायदान पर पहुंच गए हैं। पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलियाई पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा का नाम आता है। मैकग्रा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सर्वाधिक ११० विकेट झटके हैं।
जय हो!
दुनिया का सबसे बड़ा खेल महाकुंभ शुरू होने में अब ज्यादा दिन नहीं रह गए हैं। हिंदुस्थानी दल भी पेरिस में होने वाले इस ओलंपिक के लिए अपनी कमर कस चुका है। इस बार उम्मीदें हैं कि पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन होगा। अपने देश हिंदुस्थान का प्रतिनिधित्व अलग-अलग खेलों में लगभग १२० खिलाड़ियों का दल करेगा। इस समूह में पहली बार ओलंपिक खेलने जा रहे और अनुभवी दिग्गज दोनों शामिल हैं। २०२० टोक्यो ओलंपिक में हिन्दुस्थानी खिलाड़ियों की ओर से ऐतिहासिक प्रदर्शन देखने को मिला था। इस बार हमारे दल से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। २०२० टोक्यो ओलंपिक में पिछली बार हिन्दुस्थान के नाम कुल ७ मेडल रहे थे। अब तक ओलंपिक खेलों में यह हिंदुस्थानी खिलाड़ियों को बेस्ट प्रदर्शन था और उन्होंने २०१२ लंदन ओलंपिक का रिकॉर्ड तोड़ा था। २०१२ लंदन ओलंपिक में हिंदुस्थान ने ६ मेडल जीते थे। इस बार भी हॉकी, मुक्केबाजी, बैडमिंटन, भाला फेंक, शूटिंग और कुश्ती के अतिरिक्त एथलीट्स में भी पदक आने की उम्मीद शत प्रतिशत है।

(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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