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अरे बाप रे! २१ दिनों में गिरे १७ पुल … बिहार में पुल नहीं १८ वर्षों की सुशासनी भ्रष्टाचार के मीनार गिर रहे हैं! … मोदी-नीतीश पर तेजस्वी यादव का अटैक

सामना संवाददाता / पूर्णिया
बिहार में मानसून आते ही पुल और पुलियों के ध्वस्त होने की खबर लगातार आ रही है। एक तरफ जहां बिहार सरकार अधिकारियों के हाथ-पैर जोड़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ मानसून की बस एंट्री से ही पुल जमींदोज हो रहे हैं और इसको लेकर विपक्ष निशाना भी साध रहा है। पुलों के गिरने से अधिकारियों की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार के पूर्णिया जिले के अमौर प्रखंड में रंगरैया लाल टोली गांव में मुख्यमंत्री सड़क पर दास नदी पर बना पुल का एप्रोच पथ ध्वस्त हो गया है, जिस कारण करीब १०,००० लोगों की आबादी का आवागमन ठप हो गया है। राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर पीएम मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा अटैक किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में ३ हफ्तों में १७ पुल गिरे हैं। उन्होंने `एक्स’ पर लिखा कि बिहार में पुल नहीं १८ वर्षों के सुशासनी भ्रष्टाचार के मीनार गिर रहे हैं। प्रतिदिन पुल गिरने के मामले में एनडीए सरकार ने भ्रष्टाचार और कुशासन के मामले में विश्वरिकॉर्ड बनाया है। विगत ३ हफ्तों में अभी तक सिर्फ १७ ही पुल गिरे है। पुलियों के गिरने और धंसने की तो कोई गिनती ही नहीं।
बता दें कि इससे पहले बिहार सरकार ने शुक्रवार को राज्य में पिछले कुछ दिनों में कई पुलों के ध्वस्त होने की घटनाओं के सिलसिले में १४ अभियंताओं को निलंबित कर दिया।

 

 

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