मुख्यपृष्ठनए समाचारमहिला की चिता की राख से निकला सर्जिकल ब्लेड

महिला की चिता की राख से निकला सर्जिकल ब्लेड

भारत में लोग डॉक्टर्स को भगवान का दूसरा रूप मानते हैं। वैसे कई बार इन्हीं डॉक्टर्स की लापरवाही मरीज की जान ले लेती है। यूपी के मेरठ में डॉक्टरों की लापरवाही का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। मामला हस्तिनापुर थाना के राठौरा खुर्द गांव का है। यहां रहने वाले संदीप की पत्नी नवनीत कौर को डिलिवरी के लिए मेरठ के कस्बा मवाना के जेके अस्पताल में एडमिट करवाया गया था, लेकिन सर्जरी के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने इसके बाद महिला का अंतिम संस्कार कर दिया। जब लोग राख उठा रहे थे, तभी उनके हाथ में एक सर्जिकल ब्लेड आ गई। इसे देखने के बाद परिजनों के होश उड़ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि महिला के ऑपरेशन के दौरान उसके पेट में यही सर्जिकल ब्लेड छोड़ दी गई थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। चिता से ब्लेड निकलते ही परिजनों ने इसकी शिकायत दर्ज करवाई। परिजन सीएमओ ऑफिस भी गए। मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने घटना सामने आने के बाद अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। साथ ही इसके लिए जांच कमिटी भी गठित कर दी है। परिजनों ने कहा कि उन्होंने सोचा भी नहीं था कि डॉक्टर्स ऐसी लापरवाही करेंगे। उन्हें लगा था कि शायद किस्मत में ऐसा ही होना लिखा था, लेकिन अब इसकी जांच की मांग की है।

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