सामना संवाददाता / भायंदर
राष्ट्रीय स्तर के हिंदी के मूर्धन्य साहित्यकार पं. मुरलीधर पांडेय के ‘संयोग प्रकाशन’ द्वारा प्रकाशित एवं डॉ. अशोक कुमार पांडेय द्वारा रचित काव्य-संग्रह ‘दीपक’ का विमोचन हाल ही में भायंदर (पूर्व) स्थित आर. एन. पी. पार्क के ‘साईंकुंज हॉल’ प्रांगण में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरूवात नीरज कुमार ने सरस्वती वंदना से हुई। तत्पश्चात मंच पर अतिथियों का स्वागत किया गया। ‘दीपक’ पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी के मूर्धन्य साहित्यकार सुशीलकुमार दुबे ने किया। प्रमुख वक्ताओं में ‘हिंदी साहित्य शोध संस्थान’ के महासचिव व प्रोफेसर डॉ. उमेशचंद्र शुक्ल, हिंदी के साहित्यिक जगत के रत्न व ‘नवनीत हिंदी डाइजेस्ट’ के पूर्व सहायक संपादक मार्कण्डेय त्रिपाठी ने ‘जाग उठो राष्ट्रभक्तों, मां भारती पुकारती’ तथा पंक्तियों में आत्मनिर्भरता से संबंधित बड़ी सुंदर रचना की है लिखी है देश अपना है, अपने ही बल से गगन चूमेगा। ‘कविता का मूल स्रोत’ करुणा का भाव भी होता है। हिंदीसेवी व मुख्याध्यापक त्रिभुवन नाथ दुबे ने लेखक अशोक कुमार पांडेय द्वारा रचित ‘दीपक’ से संबंधित प्रकाश डाला। इत्यादि बुद्धिजीवी वक्ताओं ने अपने ओजस्वी विचार काव्य-संग्रह ‘दीपक’ से संबंधित रखे।
उक्त कार्यक्रम का संचालन मुंबई आकाशवाणी ‘विविध भारती ‘ के पूर्व उदघोषक राजेन्द्र त्रिपाठी ने किया। हिंदी साहित्य से जुड़े लेखनी के धनी डॉ. सचिदानंद दुबे, कौशलेन्द्र उपाध्याय, प्रेमचंद्र दुबे, तुलसीराम दुबे, रामराज पाल, शैलेन्द्र दुबे, राजेश दुबे, वरिष्ठ-पत्रकार कुमार राजेश उपाध्याय, ‘सशक्त भारत न्यूज़ ग्रुप’ के संचालक एवं कवि, लेखक, पत्रकार सुभाष पांडेय विशेष रूप से उपस्थित थे।