– दरखास्त लेकर पहुंचे पुलिस थाने
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में शिंदे सरकार का कामकाज रामभरोसे चल रहा है। मंत्री अपनी-अपनी मनमानी से काम कर रहे हैं तो भ्रष्टाचार से लिप्त मंत्रियों को क्लीन चिट देने का काम शुरू है। जनता की कोई परवाह नहीं है। जिसके चलते अधिकारी भी अपनी मनमानी में जुटे हुए हैं। ऐसे में सरकारी तंत्र में अधिकारियों की मनमानी से जिले के विकास कार्य को काफी धक्का पहुंच रहा है। नागरिक यह सवाल पूछ रहे हैं कि आम लोग अपनी फरियाद लेकर किसके पास जाएं, क्योंकि अधिकारियों द्वारा आम लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाता है। इस संबंध में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) पार्टी के भंडारा जिले के अध्यक्ष अजय मेश्राम ने भंडारा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। यह कहते हुए कि लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए पालक मंत्री मौजूद नहीं हैं, उन्होंने शिकायत की है कि पालक मंत्री विजयकुमार गावित गायब हैं। अजय मेश्राम का आरोप है कि सरकारी खजाने से घोटाला करने वाले डॉक्टर के खिलाफ शिकायत को जिलाधिकारी ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है। पिछले पांच माह से साधारण कार्य भी नहीं कर रहे हैं। मैं स्वयं २६ जनवरी को विजयकुमार गावित से मिला, उन्होंने जिला स्तर पर कई शिकायतों के बावजूद हमारी संरक्षक स्वीकार कर ली। तब से हमारे पालक मंत्री भंडारा से गायब हो गए और हमारा पालक मंत्री से कोई संवाद नहीं हुआ। पालक मंत्री की अनुपस्थिति के कारण भंडारा जिले का विकास अवरुद्ध हो गया है और उन्होंने पालक मंत्री महोदय को ढूंढने और उनसे संपर्क करने के लिए पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है। जो लापता है।