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योगी को घेरने में कमजोर पड़ गया खेमा! …मोदी-शाह का चक्रव्यूह भगवे चोले के सामने कमजोर

-उत्तर भारतीय जनता मुख्यमंत्री के साथ
सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कांटे की तरह चुभ रहे हैं। दिल्ली के अप्रत्यक्ष इशारे पर योगी को हटाने की साजिश रची जा रही है। पिछले चार दिनों से योगी के खिलाफ घेराबंदी काफी तेज कर दी गई है। मगर अब जो दृश्य नजर आ रहा है उससे लगता है कि योगी के भगवे चोले के सामने मोदी-शाह का चक्रव्यूह कमजोर पड़ गया है। इसके साथ ही योगी को घेरने में उनका विरोधी खेमा कमजोर पड़ गया है। दिल्ली और लखनऊ के बीच चल रहे इस ड्रामे में मुंबई में रहनेवाले उत्तर भारतीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ नजर आ रहे हैं।
बता दें कि कल डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और यूपी भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी दिल्ली गए। दोनों नेताओं ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। भाजपा मुख्यालय में नड्डा और मौर्य के बीच करीब १ घंटे तक बैठक हुई। माना जा रहा है कि इस बैठक में मौर्य ने योगी के खिलाफ काफी विष वमन किया। सूत्र बताते हैं कि आलाकमान ने फिलहाल योगी को नजरअंदाज कर दिया है।

दिल्ली और लखनऊ में जंग हुई तेज!
आलाकमान ने किया योगी आदित्यनाथ को नजरअंदाज
दिल्ली और लखनऊ की राजनीति इस समय काफी गरमा गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ उनके ही मंत्री-विधायकों ने मोर्चा खोल रखा है। जानकार बताते हैं कि मोदी-शाह के इशारे पर यह सारा खेल चल रहा है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तो खुलकर मोर्चा खोल दिया है। कल उन्होंने ‘सरकार से बड़ा संगठन है’, ट्वीट किया था। यह योगी के लिए ही था। फिर मौर्या ने उसे डिलीट कर दिया। कुछ देर बाद फिर ट्वीट कर दिया। दिल्ली और लखनऊ की इस जंग में मुंबई में रहनेवाले उत्तर भारतीय योगी के साथ ही नजर आ रहे हैं।
महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा के सोशल मीडिया कायदा सलाहकार प्रमुख एड. आशुतोष दुबे का कहना है कि योगी हैं तो उत्तर प्रदेश है। उनका कहना है कि यूपी की राजनीति में ये हालिया घटनाक्रम, जिसमें उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का उत्थान भी शामिल है, राज्य के लिए मुख्यमंत्री के चतुर नेतृत्व और दृष्टिकोण का एक प्रमाण है। याद रहे मौर्य की बढ़ी हुई जिम्मेदारियां योगी आदित्यनाथ की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं। प्रभावी शासन और समावेशी विकास। यह रणनीतिक कदम योगी आदित्यनाथ की स्थिति को और मजबूत करने और यूपी के राजनीतिक परिदृश्य पर सकारात्मक प्रभाव डालने, उनके दृढ़ नेतृत्व के तहत निरंतर प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए तैयार है।’ इस मामले में नरेश यादव ने कहा कि केंद्रीय भाजपा कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाना संभव नहीं है। मुंबई के उत्तर भारतीय सीएम योगी के साथ हैं। योगी उत्तर प्रदेश में अच्छा काम कर रहे हैं। उनको बदनाम करने की साजिशें भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं द्वारा की जा रही हैं, उसे मुंबई में उत्तर भारतीय समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। इसी तरह अजय शर्मा ने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य हों या अन्य कोई नेता, यदि योगी आदित्यनाथ के खिलाफ साजिश कर रहे हैं तो अगले चुनाव में उसको सबक मिलेगा। मुंबई के उत्तर भारतीय योगी के समर्थन में खड़े हैं। लोकसभा चुनाव में उत्तर भारतीय जनता ने भाजपा को उनकी गंदी राजनीति के लिए सबक सिखाया है। अगर अब भी वे नहीं सुधरे तो उन्हें विधानसभा चुनाव में भी भुगतना पड़ेगा।

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