रमेश सर्राफ धमोरा
झुंझुनू
बायतु विधायक हरीश चौधरी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की जमकर तारीफ करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। हरीश चौधरी ने कहा कि सचिन पायलट में नेतृत्व की क्षमता है। सचिन पायलट राजस्थान के निर्माण के लिए अपने आपको झोंक रहे हैं। पैदल चलना पड़ता है तो चल रहे हैं। वो सरकार के खिलाफ नहीं थे। वो मुद्दे के आधार पर था। राहुल गांधी के अनुयायी हैं, नरेंद्र मोदी के अनुयायी नहीं हैं। कांग्रेस के अंदर रहने वाले लोग उनको आदर्श मानते हैं। हम लोग असली कांग्रेस हैं। यह सबको पता है कि कौन इस तरीके का गठजोड़ कर रहा है। मुद्दों के आधार पर राजनीति करो। हरीश चौधरी ने कहा कि राजस्थान में सरकार ही नहीं है। यह पूरा राजस्थान जानता है। सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है। फैसले कौन ले रहा है, यह सब जानते हैं। धरातल पर जनता को जो चीज चाहिए थी, वो इस बजट में नहीं थी। जब से यह सरकार बनी है और जो फैसले हो रहे हैं, वे राजस्थान के धरातल के अनुरूप नहीं हो रहे हैं। यह हमारा दुर्भाग्य है। हरीश चौधरी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी व कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
जूली का जलवा
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि हर बजट की एक प्राथमिकता होती है। आपकी प्राथमिकता में क्या है? आपने अपनी १० प्राथमिकताओं में गरीबों को ९वें नंबर पर रखा है। गुड गवर्नेंस को आपने १०वें नंबर पर रखा है। इससे आपका विजन नजर आ रहा है। आपने बजट में ४ लाख नई नौकरियों की घोषणा की है। सरकार में ४ लाख तो पद ही खाली नहीं होंगे। आप इतनी नौकरियां देंगे, कहां से देगें? इस बारे में बताना। जूली ने कहा कि आप हमारी नीतियों को गलत बता रहे हैं। हमारी सरकार के पैâसलों की आलोचना कर रहे हैं। आपके बजट में शुरुआत ही नकारात्मकता से हमारी सरकार को कोसती रही है। जब हमारी नीतियां इतनी ही खराब थीं तो हमारी टीम से बजट क्यों तैयार करवाया? अफसरों की जिस टीम ने हमारा बजट तैयार किया था। उसी टीम से ही आपने बजट क्यों तैयार करवाया? जूली ने कहा कि कोटा में कोचिंग के बच्चों के सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं। गरीब का बच्चा वैâसे पढ़ेगा? कोचिंग वाले आज मगरमच्छ बनकर लूट रहे हैं। इस पर क्या नीति है? उनके सवालों का सरकार से जवाब देते नहीं बन रहा है।
डोटासरा का डंका
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि जनता ने सरकार चुनी थी, जो सर्कस बन गया। ये कह रहे हैं कि डबल इंजन की सरकार है। मैं कह रहा हूं, डबल इंजन की नहीं यह चार इंजन की सरकार है। डोटासरा ने कहा कि चार इंजन ऐसे हैं-मुख्यमंत्री और मंत्री का एक इंजन हो गया। एक आपका ब्यूरोक्रेसी का इंजन हो गया। एक आपका पूर्व मुख्यमंत्री का खेमा है, उसका इंजन हो गया। एक इंजन आरएसएस का हो गया। ये चार इंजन हैं। अब ये चारों इंजन अलग-अलग दिशाओं में खींच रहे हैं। इंजन धूं-धूं कर रहा है। यह इंजन बैठने वाला है। डोटासरा ने कहा कि प्रदेश का बजट हमारी सरकार की योजनाओं की री-पैकेजिंग है। केंद्र का बजट आने से पहले प्रदेश का बजट ले आए। डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार २०४७ का विजन पेश कर रही है। आपका ५ साल का पता नहीं है। पांच साल बाद ज्यादातर तो पूर्व विधायक की पेंशन लेते हुए दिखेंगे। सदन में हमने जो कुछ देखा, वह सदन की गरिमा को तार-तार कर रहा था। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच संवादहीनता पूरे प्रदेश ने देखी है।
(लेखक राजस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार हैं।)