सामना संवाददता / मुंबई
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने बाघनख (बाघ का पंजा) के मुद्दे पर घाती सरकार को आड़े हाथों लिया। लंदन के ‘विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम’ से ऐतिहासिक बाघनख महाराष्ट्र लाया गया है, जिसे आज से जनता देख पाएगी। घाती सरकार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए इस श्रद्धेय प्रतीक का राजनीतिक उपयोग कर रही है, ऐसा आरोप शिवसेना सांसद संजय राऊत ने लगाया।
संजय राऊत ने कहा, ‘बाघनख एक श्रद्धा का विषय है और इसके जरिए लोगों को धोखा देना घाती सरकार को भारी पड़ेगा।’ उन्होंने मुख्यमंत्री शिंदे पर तीखा हमला करते हुए कहा कि नकली बाघ कहनेवाले खंडोजी खोपड़े और सूर्याजी पिसाल की औलादें नहीं तो और क्या हैं? शिवसेना का इतिहास सच्चाई और बलिदान से भरा है और जिन लोगों ने हिंदूहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे के विचारों को धोखा दिया है, उन्हें नकली कहने का अधिकार नहीं है, ऐसा भी संजय राऊत ने कहा।
राऊत ने कहा, ‘अगर यह सच में छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा इस्तेमाल की गई बाघनख है, तो हम उनका सम्मान करते हैं। लेकिन इतिहासकारों और लंदन के म्यूजियम का कहना है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है।’
भाजपा पर निशाना साधते हुए राऊत ने कहा, ‘१९९१ के बाद भाजपा ने गंगाजल की बोतलें बेचकर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की थी। अब घाती सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम का राजनीतिक फायदा उठाने का प्रयास कर रही है। बाघनख का उपयोग मतदाताओं को लुभाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए’ ऐसा भी संजय राऊत ने कहा।
राऊत ने सवाल किया, ‘देवेंद्र फडणवीस का इतिहास से क्या संबंध है? भाजपा का कोई भी संबंध स्वाधीनता संग्राम, संयुक्त महाराष्ट्र संघर्ष या आपातकाल से नहीं है। आपातकाल के दौरान संघ के लोगों ने माफी मांगकर जेल से बाहर निकलने की कोशिश की।’ ऐसा भी संजय राऊत ने कहा।
राऊत ने घाती सरकार पर बाघनख का अपमान करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, ‘घाती सरकार इतिहास का अपमान कर रही है और खुद नकली होने के कारण उन्हें नकली चीजों का आकर्षण है। हमारी छत्रपति के बाघनख के प्रति पूरी श्रद्धा है, लेकिन चुनाव से ठीक पहले बाघनख का मुद्दा उठाने वालों को पहले खुद के नाखून कतरने चाहिए।’ कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार पर मृतकों के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए राऊत ने कहा, ‘मोदी सरकार ने मृतकों के आंकड़े छिपाने की कोशिश की, लेकिन गंगा में तैरते शवों ने सच्चाई को उजागर कर दिया।’ ऐसा तंज भी संजय राऊत ने कसा।