-कुर्सी को लेकर योगी और केशव के बीच टशन जारी
-सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में सांसद व विधायक मौजूद
सामना संवाददाता / लखनऊ
उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन और सरकार के बीच मनमुटाव के कयासों को फिर हवा मिली। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य महाकुंभ की तैयारियों को लेकर हुई समीक्षा बैठक में शामिल नहीं हुए, जबकि सीएम की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी और फूलपुर सांसद के अलावा स्थानीय विधायक भी मौजूद रहे। उधर, नंदी के घर उनके बेटे व बहू को आशीर्वाद देने भी सीएम व डिप्टी सीएम अलग-अलग पहुंचे, जिसे लेकर चर्चाएं होती रहीं।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है कि उनके व सीएम योगी के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से डिप्टी सीएम की मुलाकात ने चर्चाओं को और बल दिया। संगठन और सरकार के बीच मनमुटाव की चर्चा को तब और बल मिला, जब डिप्टी सीएम कुंभ की तैयारियों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में शामिल नहीं हुए। हालांकि, पार्टी नेताओं का कहना है कि व्यस्तता के कारण डिप्टी सीएम ज्यादा देर नहीं रुक सके। योगी और केशव के बीच की टशन कुल मिलाकर कुर्सी को लेकर ही है, जिसने उत्तर प्रदेश (यूपी) के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को परेशान कर दिया है? यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच संभावित मतभेदों को सार्वजनिक हुए करीब चार दिन से ज्यादा हो चुके हैं और राज्य में राजनीतिक तनाव अभी भी कम नहीं हुआ है। हालांकि, इस अंदरूनी कलह के बीच, जिसे विपक्ष ने ‘कुर्सी की लड़ाई’ करार दिया है, बड़ा सवाल यह है कि मौर्य क्यों परेशान हैं। हालांकि, इस कथित अंदरूनी कलह के बारे में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।