चुप रहना

मौन हो जाना चेतना नहीं जड़ता है
आंखें बंद करना एक डर है
मुंह बंद रखना सहमति है
चुप रहना जीत नहीं कायरता है
सच से विमुखता पराजय है
प्रतिरोध नियति नहीं एक न्याय है
प्रतिशोध! एक अपराध है
सच सर्वश्रेष्ठ है।
-प्रभुनाथ शुक्ल

अन्य समाचार