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धर्मांतरण के नए रैकेट का हुआ खुलासा … निशाने पर गैर मुस्लिम लड़कियां …दोस्ती कर करते हैं ब्रेन वॉश, बदलवाते हैं धर्म

-दिखाते हैं विवादित धर्मगुरु जाकिर नाईक का वीडियो 
-मुंब्रा के बाद अब उल्हासनगर से सामने आया मामला 
-१० के खिलाफ मामला दर्ज, २ गिरफ्तार

नागमणि पांडेय /  मुंबई
धर्मांतरण का रैकेट मुंब्रा के बाद अब उल्हासनगर में भी सक्रिय हो गया है। बताया जाता है कि इस रैकेट में शामिल लोगों के निशाने पर गैर मुस्लिम लड़कियां रहती हैं। ये लोग पहले लड़कियों से दोस्ती करते हैं फिर उन्हें विवादित धर्मगुरु जाकिर नाईक का वीडियो दिखाकर ब्रेन वाश करते हैं फिर उनसे कलमा और नमाज पढ़वाते हैं और उनका धर्म परिवर्तन करा देते हैं। इसी तरह का चौंकानेवाला मामला मुंब्रा के बाद अब उल्हासनगर के विट्ठलवाड़ी से सामने आया है, जहां एक लड़की को इसी तरह से फंसाकर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया गया। मामले का खुलासा होने पर लड़की के परिवार के होश उड़ गए, जिसके बाद उन्होंने विट्ठलवाड़ी पुलिस थाने में इस बात की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भी अपनी जांच में १० लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
कैसे सामने आया मामला?
विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले गणेश नगर चाल में रहने वाली पलक (नाम बदला हुआ) जेईई की तैयारी करती थी। लॉकडाउन के दौरान उसके पड़ोस में रहनेवाली महिला आफिदा शेख ने पलक से उसके बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने की गुजारिश की, जिसके बाद पलक महिला के घर जाकर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगी। थोड़े समय बाद नवरात्रि के दौरान पलक की मां ने जब उसे नवरात्रि का प्रसाद दिया तो पलक ने यह कहकर प्रसाद लेने से मना कर दिया कि उसका रोजा शुरू है। यही नहीं आफिदा शेख पलक की मां पर पलक का रोजा न तुड़वाने का दबाव डालने लगी। पलक की मां को इस बात का भी पता चला कि पलक ने आफिदा शेख और एक अन्य महिला शबाना शेख के कहने पर नमाज और कलमा पढ़ना, रोजा रखना शुरू किया है। पलक की मां की मानें तो पलक अपने लैपटॉप पर हमेशा जाकिर नाईक का वीडियो देखा करती थी।
फर्जी नोटरी ओर एफिडेविट
जून २०२२ में किसी काम से पलक की मां और पिता कुछ दिनों के लिए घर से बाहर गए थे, तभी इस रैकेट में शामिल एक वकील के माध्यम से फर्जी नोटरी ओर एफिडेविट तैयार किया गया। जिसमें पलक की मां और पिता के फर्जी हस्ताक्षर किए गए। इसके आधार पर पलक का धर्मांतरण कराया गया। जब पलक के माता-पिता वापस आए तो बेटी ने बताया कि उसने इस्लाम अपना लिया है। पलक की मां और पिता ने कागजात और एफिडेविट पर अपने फर्जी हस्ताक्षर देखे तो उनके होश उड़ गए। इसके बाद दोनों ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस ने शबाना शेख, महक शेख, अमीना, आफिदा खातून, वसीम, बाबू दास, काजी इलियास निजामी और एड. कमरुद्दीन अंसारी के खिलाफ मामला दर्ज किया। जबकि पलक और सलीम चौधरी को गिरफ्तार किया है।

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