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स्कूलों की समस्याओं की अनदेखी कर रही ‘घाती’ सरकार … आज राज्यभर में महामोर्चा, मुंबई में स्कूल बंद आंदोलन!

शिक्षक निरीक्षक कार्यालय पर होगा धरना
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में घाती सरकार की सत्ता आने के बाद से ही शिक्षा और स्वास्थ्य समेत सभी क्षेत्रों में कामकाज रामभरोसे ही चल रहा है। आलम यह है कि प्रदेश में प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल कई समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिसकी घाती सरकार अनदेखी कर रही है। सरकार के इस रवैए के खिलाफ आज राज्यभर में महामोर्चा निकाला जाएगा। इसके साथ ही मुंबई में स्कूल बंद आंदोलन किया जाएगा। इतना ही नहीं, शिक्षा निरीक्षक कार्यालय पर भी धरना दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि घाती सरकार ने राज्य में प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में विभिन्न परेशानियों की अनदेखी कर रही है। शिक्षा मंत्री केवल बातूनी ही हैं। वे शिक्षकों और शिक्षक कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत हैं, इसके बावजूद उन समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं। इसलिए शिक्षकों और कर्मचारियों में गुस्से की लहर है। इसी के साथ ही इसके खिलाफ ६ अगस्त को राज्यभर में महामोर्चा निकालने का फैसला किया गया है। इसके अलावा मुंबई में स्कूल बंद आंदोलन किया जाएगा, जबकि शिक्षा निरीक्षक कार्यालय पर भी धरना आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय के मुख्याध्यापक संगठन के मुंबई विभाग अध्यक्ष संजय पाटील ने दी। उन्होंने कहा कि जिलों के सभी शिक्षा-शिक्षकेतर संगठन, महामुंबई शिक्षण संस्था संगठन समेत शिक्षक सेना ने इस आंदोलन को समर्थन दिया है।

ये हैं प्रमुख मांगें
स्कूलों में मुख्याध्यापक पद एक नवंबर २००५ से पहले नियुक्त शिक्षक और कर्मचारियों को पुरानी पेंशन, प्रचलित पद्धति से चरणबद्ध तरीके से आयु का विचार करते हुए शत-प्रतिशत अनुदान, पोर्टल पर शिक्षकों की नियुक्ति अथवा संस्था को शिक्षक नियुक्ति की अनुमति, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के मानधन के बजाय वेतन पर नियुक्ति, रिक्त पदों पर शत-प्रतिशत भर्ती करने की अनुमति, पात्र स्कूलों और कॉलेजों को शत-प्रतिशत अनुदान आदि मांगों के लिए यह महामोर्चा निकाला जा रहा है।

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