योगेंद्र सिंह ठाकुर / पालघर
पालघर जिले में आश्रम स्कूलों के कम से कम 400 से ज्यादा छात्र जहरीला खाने के कारण बीमार पड़ गए। जिसके बाद हाहाकार मच गया। बताया जा रहा है, पालघर के लगभग 20 आश्रम स्कूलों में छात्र जहरीला खाना खाने के बाद बीमार पड़ गए। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन बच्चाें की संख्या ज्यादा होने के कारण कई अस्पतालों में तो बेड तक कम पड़ गए और दो-दो बच्चों को एक ही बेड पर एडमिट करना पड़ा।
आश्रम विद्यालय आदिवासी छात्रों के लिए आवासीय विद्यालय है। पालघर के अधिकारियों ने इस मामले की जानकारी दी है। उन्होंने कहा, एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना (आईटीडीपी) के दहानू परियोजना के तहत बने विभिन्न आश्रम स्कूलों के छात्रों ने खाना खाने के कुछ घंटे बाद मतली, उल्टी और चक्कर की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें जिले की विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं में भर्ती कराया गया है।
कई छात्रों का चल रहा इलाज
फूड प्वाइजनिंग के कारणों की जांच की जा रही है। अस्पतालों में भर्ती छात्रों का इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित स्कूल जिले के दहानू, पालघर, तलासरी तालुका में स्थित हैं। मंगलवार सुबह करीब तीन बजे कई छात्र छात्राएं बीमार हो गईं और उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। पालघर जिले में दहानू आदिवासी विकास परियोजना के तहत कंबलगांव में केंद्रीय रसोई से भोजन की आपूर्ति रनकोल आश्रम स्कूल में की जाती है। इसी सेंट्रल किचन से सोमवार को रात का खाना रनकोल आश्रम स्कूल के बच्चों ने खाया था और मंगलवार को छात्रों को उल्टी, जुलाब आदि की शिकायत होने लगी। इसलिए इन सभी छात्रों को कासा उपजिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके बाद कई अन्य स्कूलों में भी बच्चों के बीमार होने की जानकारी सामने आई है।
खाने के सैंपल किए इकट्ठा
बता दें कि इन आश्रम स्कूलों में भोजन की आपूर्ति पालघर में केंद्रीय रसोई से की जाती है और घटना के बाद, जांच के लिए खाने के नमूने विश्लेषण के लिए एकत्र किए गए हैं। जिला कलेक्टर गोविंद बोडके स्वास्थ्य विभाग और अन्य अधिकारियों के साथ पालघर, दहानू और तलासरी तालुका के अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं, जहां छात्रों को भर्ती कराया गया। हालाकि खबर लिखे जाने तक बड़ी संख्या में उपचार के बाद छात्र अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए है।