सामना संवाददाता / मुंबई
बीकेसी की ट्रैफिक समस्या को हल करने के लिए सड़क की चौड़ाई बढ़ाना पर्याप्त नहीं है, पालक मंत्री द्वारा उठाए गए इस मुद्दे के समाधान के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। बीकेसी में लगातार बढ़ते ऑफिस और नए ट्रैफिक पैटर्न का अध्ययन किए बिना सड़क चौड़ीकरण का निर्णय लेना जल्दबाजी होगी। युवासेनाप्रमुख और विधायक आदित्य ठाकरे ने एमएमआरडीए और पालक मंत्री को इस समस्या के समाधान के लिए कुछ सुझाव दिए हैं।
उन्होंने ट्रैफिक समस्या को सुलझाने के लिए आने वाले नए ऑफिसों की संख्या साथ-साथ उभरते ट्रैफिक पैटर्न का भी गहन अध्ययन करने की बात कही है ताकि सही कदम उठाए जा सकें। इसके अलावा सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में वृद्धि जैसे बेस्ट बसों और बस स्टॉप की संख्या में इजाफा कर सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए ट्रैफिक अध्ययन के आधार पर सही स्थानों पर बस स्टॉप स्थापित किए जाने चाहिए। यातायात नियमों का सख्ती से पालन करना बेहद जरूरी है। सिग्नल तोड़ने, गलत दिशा में गाड़ी चलाने और अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात, मेट्रो कार्य के लिए लगाए गए बैरिकेड्स का बेहतर प्रबंधन या हटाना है। मेट्रो कार्य के लिए जो बैरिकेड्स लगाए गए हैं, उनमें से कई कार्य स्थलों के बंद होने के बाद भी अनावश्यक रूप से जगह घेरे हुए हैं। इन बैरिकेड्स की अनियंत्रित स्थिति और बार-बार मार्ग परिवर्तन से बीकेसी में ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि मैं पालक मंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे इन सभी पहलुओं का अध्ययन करें। सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के बजाय, एक संतुलित और गैर-राजनीतिक दृष्टिकोण अपनाकर इन मुद्दों का समाधान किया जाना चाहिए।