कमल कांत उपमन्यु
मथुरा। श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर स्थित केशवदेव मंदिर की सुप्रसिद्ध हरीघटा के दर्शन आज श्रावण कृष्ण अमावस्या से प्रारंभ होकर श्रावण शुक्ल तृतीया/हरियाली तीज तक हुए।
श्रीकृष्ण-जन्मस्थान संतान प्रबंधन कमेटी के प्रमुख श्री कपिल शर्मा और हिंदूवादी नेता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि सुप्रसिद्ध हरीघटा आयोजन से संपूर्ण मंदिर परिसर हरे वस्त्र, लता-पता, हरी वृक्षावली से आच्छादित किया गया। इस आयोजन में प्राकृतिक सामग्री का प्रयोग अधिक से अधिक मात्रा में किया गया। केशवदेव मंदिर एवं प्रवेशद्वार पर भव्य सज्जा कर हरीघटा के दृश्य का निर्माण किया गया। उपवन में नृत्य करते हुए मोर एवं चहचहाते पक्षियों के मध्य उपवन की सज्जा में विराजे ठाकुर केशवदेव के मनोहारी दर्शन कर बड़ी संख्या में स्थानीय भक्तों के साथ-साथ दर्शनार्थ पधारे श्रद्धालुजन भी भावविभोर हो उठे। ठाकुर केशवदेव का श्रृंगार एवं पोषाक भी अत्यन्त मनोहारी एवं दर्शनीय थी। केशवदेव मंदिर में प्रवेश करने से पूर्व स्थित पवित्र कदम्ब के वृक्ष से लेकर मंदिर के निज द्वार तक भव्य हरे वस्त्र, विद्युत सज्जा भक्तों को आत्मिक सुख प्रदान कर रही थी, साथ ही भागवत-भवन में श्रीराधाकृष्ण मंदिर में हिंडोले हरियाली घटा के अनुरूप सजाये गये तथा भव्य हरियाली साज-सज्जा की गयी। जन्मस्थान की इस सुप्रसिद्ध हरीघटा के दर्शनार्थ स्थानीय भक्तजन एवं दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी वृद्धि देखी गयी।
हरियाली तीज पर पूरे ब्रज मंडल के सुप्रसिद्ध मंदिरों में मनोहरी छवि के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से लाखों लाख श्रद्धालु मथुरा वृंदावन में पधारे हैं जिनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिलाधिकारी श्री शैलेंद्र कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडे पूरी सुरक्षा व्यवस्था की बल्कि जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लेते रहे