मुख्यपृष्ठनए समाचारमुंबईकरों को नहीं मिलेगा म्हाडा का सस्ता घर!

मुंबईकरों को नहीं मिलेगा म्हाडा का सस्ता घर!

– लॉटरी से म्हाडा का २,५०० करोड़ कमाने का टारगेट

– २,००० घरों के लिए जारी होगा विज्ञापन

अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई

मुंबईकरों को सस्ता घर उपलब्ध कराने के लिए म्हाडा की स्थापना की गई थी, लेकिन ईडी सरकार आने के बाद से म्हाडा के घरों की कीमत आसमान छू रही है। यानी म्हाडा भी गरीबों के लिए घर नहीं बना रही है। यही कारण है कि मुंबईकरों को अब म्हाडा का सस्ता घर नहीं मिलेगा।
बता दें कि म्हाडा २०३० घरों के लिए विज्ञापन निकालेगी। इस विज्ञापन में म्हाडा घरों की कीमत इतनी अधिक रखने वाली है कि आम आदमी म्हाडा का घर नहीं खरीद सकता है, ऐसी चर्चा है।
कहां हैं घर!
म्हाडा मुंबई मंडल द्वारा निकाली गई लॉटरी में कई इलाकों में घर हैं। ये घर गोरेगांव, अंटॉप हिल-वडाला, पवई, विक्रोली और मालाड जैसी जगहों पर स्थित हैं। लॉटरी के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया ०९ अगस्त २०२४ को दोपहर १२ बजे से शुरू होगी और ०४ सितंबर २०२४ को समाप्त होगी। कई बार ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में जटिलताएं और तकनीकी समस्याएं आम हैं, जिससे आवेदकों को बार-बार समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि ०४ सितंबर २०२४ है और अंशदान राशि की स्वीकृति रात ११:५९ बजे तक की जाएगी।
लाभ कमाने का साधन
म्हाडा की इस लॉटरी से २,५०० करोड़ रुपए की कमाई होने का अनुमान है। यह सोचने वाली बात है कि क्या म्हाडा वास्तव में किफायती घर प्रदान कर रही है या फिर यह सिर्फ एक लाभ कमाने की संस्था बन गई है।
महंगे घरों का प्रतिशत ज्यादा
म्हाडा ने विभिन्न आय समूहों के लिए घरों की घोषणा की है, लेकिन इन घरों की कीमतें आम आदमी की पहुंच से बाहर नजर आ रही हैं।
– मिडिल इनकम ग्रुप: ७५० घर (७६ लाख -२ करोड़) ६०० से ९०० स्क्वायर फुट
– हाई इनकम ग्रुप: २७५ घर (१.२५ करोड़ से ७.५ करोड़ तक) ९०० से १,२०० स्क्वायर फुट
– लोअर इनकम ग्रुप: ६०० घर (५० लाख से १.५ करोड़) ४५० – ६०० स्क्वायर फुट
– ईडब्ल्यूएस: ३५० घर (३० से ४० लाख) ३०० से ४०० स्क्वायर फुट

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