सामना संवाददाता / मुंबई
बेस्ट (बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) की बस सेवाओं में हाल ही में हुई कमी ने यात्रियों की संख्या पर गहरा असर डाला है। पिछले छह महीनों में बेस्ट के यात्रियों की संख्या में दो लाख की गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट का मुख्य कारण बसों की कमी और बढ़ा हुआ वेटिंग टाइम माना जा रहा है। यात्रियों के अनुसार, बस स्टॉप पर इंतजार का समय अब काफी बढ़ गया है। पहले जहां बसें नियमित अंतराल पर आती थीं, वहीं अब कई रूट्स पर बसों का इंतजार करने में आधे घंटे से भी अधिक समय लग जाता है। यह समस्या खासकर उन रूट्स पर ज्यादा देखने को मिल रही है, जहां निजी कॉन्ट्रैक्ट वाली बसें चलाई जा रही हैं। बसों की संख्या में कमी और कॉन्ट्रैक्ट वाली बसों की खराब स्थिति ने यात्रियों की परेशानी को बढ़ा दिया है। कई यात्री अब वैकल्पिक साधनों का इस्तेमाल करने पर मजबूर हो गए हैं, जिससे बेस्ट की सवारी करने वालों की संख्या में भारी गिरावट आई है। मुंबई जैसे महानगर में बेस्ट बसें आम जनता के लिए जीवनरेखा मानी जाती हैं, लेकिन बसों की घटती संख्या और उनकी खराब स्थिति ने लोगों को बड़ी मुश्किल में डाल दिया है। बेस्ट प्रशासन को जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालने की जरूरत है, ताकि यात्रियों को सुचारु और नियमित बस सेवाएं मिल सकें। यात्रियों की सुविधा और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना बेस्ट की प्राथमिकता होनी चाहिए। केवल तभी यह संभव हो पाएगा, जब बसों की संख्या में वृद्धि और उनकी नियमित मरम्मत की जाए।