सामना संवाददाता / मुंबई
छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले, राजर्षि शाहू महाराज और संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के प्रगतिशील महाराष्ट्र को नाखून मारने का काम चल रहा है, इसलिए हमें सावधान रहना होगा। महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का आह्वान करते हुए ‘चले जाओ’ का नारा दिया था। अब महायुति सरकार को सबक सिखाने के लिए उसके खिलाफ ‘चले जाओ’ का नारा देना पड़ेगा। इतना ही नहीं राज्य में सत्ता परिवर्तन अटल है। इस तरह का जोरदार हमला करते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि मोदी सरकार को गांधी के नाम से भय लगता है। मुंबई में ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन के ८२ साल पूरे होने के मौके पर तेजपाल हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में वडेट्टीवार बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील महाराष्ट्र में सामाजिक द्वेष पैदा किया जा रहा है। इसलिए हमें दो तीन महीने सावधान रहते हुए इस प्रवृत्ति के खिलाफ लड़ना पड़ेगा। महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। महायुति ने दिल्ली में महाराष्ट्र की अस्मिता को गिरवी रख दिया है, इसलिए महायुति से हिसाब चुकाना पड़ेगा।
संविधान की रक्षा के लिए लड़ रहे राहुल
उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा में सत्ताधीशों को राहुल गांधी से भय लगता है। राहुल गांधी लोकतंत्र को बचाने और इस देश के संविधान की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं। इस लड़ाई को आपको आगे ले जाना होगा। अब हमें महाराष्ट्र की लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। महाराष्ट्र को बचाने के लिए हम पर बड़ी जिम्मेदारी है।