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संवेदनहीन हैं प्रधानमंत्री!..नेपाल हादसे के पीड़ितों को पीड़ा पहुंचाने वाला था मोदी का दौरा

-कांग्रेस ने किया पीएम के ‘चुनावी’ दौरे का विरोध

सामना संवाददाता / मुंबई

नेपाल के काठमांडू दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की एक बस खाई में गिर गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जलगांव के २६ श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई। हाल ही में मृतकों का उनके गांव में एक ही समय पर अंतिम संस्कार किया गया। ऐसे में अगर सरकार और प्रधानमंत्री में थोड़ी भी समझ या मानवता होती तो प्रधानमंत्री कार्यक्रम रद्द कर देते। एक तरफ महाराष्ट्र की जनता की आंखों में आंसू हैं, तो दूसरी तरफ वे लखपति दीदी जैसे पैसों के कार्यक्रम करते हुए उत्साह और जश्न मना रहे हैं। वे एक तरह से पीडितों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं। देश ने इतिहास का सबसे संवेदनहीन प्रधानमंत्री देखा है। इस तरह का जोरदार हमला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में रविवार को लखपति दीदी सम्मेलन आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम जलगांव हवाई अड्डे क्षेत्र में हुआ। इसको लेकर पटोले ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जलगांव में आयोजित कार्यक्रम जनता के पैसे से हो रहा है। यह एक सरकारी कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की आंखों में आसूं हैं, तो क्या पैसों का कार्यक्रम आयोजित करके सरकार पीड़ितों के घावों पर नमक छिड़क रही है? इस तरह का सवाल उन्होंने पूछा।
महाविकास आघाडी ही हमारा चेहरा
नाना पटोले ने कहा कि इस समय महायुति में महाभारत चल रहा है। देवेंद्र फडणवीस ने हाथ खड़े कर दिए हैं। इसलिए महायुति में बड़ी गड़बड़ी शुरू हो गई है। अगले महीने महायुति में एक और बड़ी गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। हम कोर्ट के पैâसले का इंतजार कर रहे हैं। हमें इस नतीजे से काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाडी ही चेहरा होगा। हमने यह बात बैठक में सार्वजनिक तौर पर भी कही है। महाविकास आघाडी में मुख्यमंत्री पद से ज्यादा महाराष्ट्र के धर्म, संस्कृति और महाराष्ट्र को बचाना पहला कर्तव्य है। नाना पटोले ने यह भी कहा कि हम सभी इसके लिए काम कर रहे हैं।

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