सामना संवाददाता / मुंबई
सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। यह प्रतिमा सोमवार दोपहर करीब एक बजे पूरी तरह ढह गई। यह घटना एक तरह से छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान है। इन शब्दों में सोशल नेटवर्विंâग साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए राकांपा (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने घाती सरकार को फटकार लगाई है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज की टूटी हुई मूर्ति की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इस घटना से शिव प्रेमियों में आक्रोश व्यक्त हो रहा है। इस पर सांसद सुप्रिया सुले ने घटना की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए घाती सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का काम घटिया दर्जे का किया गया है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। देश का प्रधानमंत्री जब किसी स्मारक या संरचना का अनावरण करता है तो लोगों को यकीन होता है कि उस संरचना का काम उच्च गुणवत्ता का होगा। चार दिसंबर २०२३ को सिंधुदुर्ग के मालवण स्थित राजकोट किले में बने स्मारक का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों उद्घाटन हुआ था, लेकिन शिवराय की प्रतिमा अनावरण के महज एक साल के भीतर ही ढह गई।