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महिला सुरक्षा में मोदी सरकार फेल!.. पिछले १० वर्षों में बढ़े ७५ प्रतिशत मामले

सामना संवाददाता / मुंबई

देश में भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कार्यकाल में महिलाओं की सुरक्षा रामभरोसे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही बड़े-बड़े दावे करते फिर रहे हैं, लेकिन वास्तव में देश में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पीएम ने जलगांव में अपने भाषण में कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य हैं और इन मामलों में जो भी दोषी है उसे दंडित किया जाना चाहिए। लेकिन एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, देश में हर १५ मिनट में एक रेप होता है। ऐसे में मोदी सरकार महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध को रोकने में फेल साबित हो रही है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी महिला सुरक्षा में पूरी तरह फेल हो गए हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि पीएम मोदी महिला सुरक्षा की बात करते हैं, वे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के नारे लगाते हैं। लेकिन देश में महिलाएं और लड़कियां कितनी सुरक्षित हैं? महिलाओं पर कितने अत्यचार होते हैं? उन्हें पता भी नहीं होगा। आज कई सर्वेक्षणों में यह चौंकानेवाला तथ्य सामने आया है कि पिछले १० वर्षों में महिलाओं पर अत्यचार के मामले ७५ प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि देश में हर १५ मिनट में एक रेप की घटना होती है। हर दिन रेप के करीब ८६ मामले दर्ज होते हैं। कानून बदल गया, लेकिन स्थिति जस की तस है। कांग्रेस ने कहा कि बलात्कार के १०० मामलों में से केवल २७ को ही दोषी ठहराया जाता है। बाकी हत्यारों को बरी कर दिया गया है। इससे पता चलता है कि नरेंद्र मोदी महिला सुरक्षा के मुद्दे पर पूरी तरह विफल रहे हैं।

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