सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबईकरों के पानी की टेंशन खत्म हो गई है। जुलाई और अगस्त महीने में हुई जोरदार बारिश से शहर को जलापूर्ति करनेवाली सभी सातों झीलों में ९७.०३ फीसदी पानी इकट्ठा हो गया है। पांचों झीलें पहले से ही ओवरफ्लो हो गई हैं। वहीं शेष दो झीलों में भी जलस्तर ९५ फीसदी से ऊपर पहुंच चुका है। उल्लेखनीय है कि मुंबई को जलापूर्ति करने वाली सात झीलों का कुल जल भंडारण क्षमता १,४४,७३६.३ करोड़ लीटर यानी १४,४७,३६३ एमएलडी है। इस साल की बारिश में तुलसी, विहार, मोडक सागर, तानसा और मध्य वैतरणा झीलें पहले से ही लबालब हो चुकी हैं। मनपा के जलापूर्ति विभाग के मुताबिक इस मानसून में मुंबई शहर को जलापूर्ति करनेवाली सात झीलों में से अब तक पांच झीलें पूरी तरह से भर चुकी हैं। कल सुबह छह बजे तक सभी सातों झीलों में ९७.०३ फीसदी जल भंडारण हो चुका है। मुंबई को रोजाना ३८५० मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की आवश्यकता होती है।