सामना संवाददाता / मुंबई
देश में जहां महिला सुरक्षा का मुद्दा गरमाया हुआ है, वहीं एक चौंकानेवाली जानकारी सामने आई है कि मुंबई में पिछले साल छेड़छाड़ के करीब दो हजार मामले दर्ज किए गए हैं। साथ ही सूचना प्राधिकारी की ओर से बताया गया है कि दुष्कर्म के ९०० से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। १ जुलाई २०२३ से जून २०२४ के बीच यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पोक्सो), मोबाइल फोन और सोने की चेन की चोरी, हत्या, नशीली दवाओं की बिक्री, भंडारण, उपभोग आदि के तहत २५,००० से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी में बताया गया है कि १ जुलाई २०२३ से जून २०२४ के दौरान मुंबई में २,२५३ छेड़छाड़ के मामले दर्ज किए गए हैं तो वहीं रेप के ९६४ केस दर्ज किए गए हैं। मोबाइल और चेन स्नैचिंग के ४८५ मामले घर में डवैâती के १,३३४ मामले, १,३३४, पॉक्सो एक्ट के १,१३४ मामले, हत्या और हत्या के प्रयास के ४४४ मामले, १२,७६७ मामले दर्ज किए गए हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने का मामला और नशीली दवाओं की बिक्री, सेवन के ८,९८२ मामले सामने आए हैं।
१ जुलाई २०२३ और जून २०२४ के बीच दर्ज अपराध
मुंबई में महिलाएं और बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। मुंबई में होनेवाले अपराधों में ज्यादातर आरोपी विदेशी होते हैं इसलिए पुलिस को मुंबई आनेवाले हर विदेशी का बायोमेट्रिक तरीके से रजिस्ट्रेशन करना चाहिए।
– संतोष घोलप, सूचना अधिकार कार्यकर्ता
वर्ष के दौरान दर्ज अपराध
नशे में गाड़ी चलाना १२,७६७
ड्रग्स बिक्री, सेवन ८,९८२
पॉक्सो १,१३४
डकैती १,३३४
छेड़छाड़ २,२५३
बलात्कार ९६४
हत्या, हत्या का प्रयास ४४४
चोरी ४८५