सामना संवाददाता / नई दिल्ली
देश में साइबर सिक्युरिटी के मामले में हैकर्स के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। हैकर्स ने अब देश के सेंसिटिव डाक्यूमेंट्स चुराने के लिए दो फिशिंग वेबसाइट का इस्तेमाल किया है। हैकर्स के झांसे में कई अधिकारियों के आने की सूचना है। इस मामले में जांच एजेंसियों को देर से सूचना मिली लेकिन जैसे ही पता चला सभी को अलर्ट कर दिया गया। जानकारों की मानें तो हैकर्स ने कई विभागों से सेंसिटिव डाक्यूमेंट्स मंगवाएं हैं, जिसका वो दुरुपयोग कर सकते हैं। एनआईसी ने कहा है कि दोनों फिशिंग यूआरएल रक्षा मंत्रालय की ओरिजिनल वेबसाइट की नकल करते हैं, जिससे यूजर्स को विश्वास दिलाया जा सके कि वो सही वेबसाइट पर जा रहे हैं। दोनों लिंक रक्षा मंत्रालय के फेक लिंक हैं और इस स्कैम का उद्देश्य सरकारी अधिकारियों के एनआईसी क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल करके भारत सरकार से संबंधित संवेदनशील डॉक्यूमेंट्स को चुराना है।
एनआईसी ने सभी सरकारी कर्मचारियों को किसी भी संदिग्ध ईमेल पर भरोसा करने और उसमें दिए लिंक पर क्लिक करने से मना किया है। अगर ऐसा कुछ भी उनके सिस्टम या फोन में आता है तो उन्हें अपने कंप्यूटर को इंटरनेट से डिस्कनेक्ट कर देना चाहिए, अपने पासवर्ड अपडेट करने चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका ऑपरेटिंग सिस्टम लेटेस्ट सॉफ्टवेयर पर अपडेट हो। एनआईसी ने सरकारी अधिकारियों को उक्त फिशिंग स्वैâम के बारे में जानकारी दी।