केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार शाम जैसलमेर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए रामदेवरा में बाबा रामदेव के दरबार में दर्शन किए और क्षेत्र के विकास के लिए कई घोषणाएं कीं। शेखावत ने रामदेवरा में विकास के नए वादे किए, लेकिन उनके इस कदम पर विपक्ष ने कड़ा प्रहार किया है। कांग्रेसी नेता और राज्यसभा सांसद नीरज डांगी ने शेखावत की घोषणाओं को “लॉलीपॉप” करार देते हुए कहा कि मंत्री जी अपने पूर्व कार्यकाल में मारवाड़ के लिए जल संग्रहण का एक भी ठोस प्रोजेक्ट नहीं ला पाए, जिससे क्षेत्र के किसान और जनता बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
नीरज डांगी ने कहा, “शेखावत जी ने मारवाड़ की जनता को जल संकट से जूझने के लिए छोड़ दिया और अब बाढ़ पीड़ितों की सहायता के नाम पर दिखावा कर रहे हैं। अगर शेखावत जी सच में मारवाड़ का विकास चाहते, तो अरावली पर्वतमाला में पांच पक्के बांधों का निर्माण करवाकर क्षेत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया, जिससे मारवाड़ के किसान आज भी जल की कमी से जूझ रहे हैं।”
ज्ञात हो कि पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर-पाली संभाग के सात जिलों को मिलाकर मारवाड़ कहा जाता है और गजेंद्र सिंह शेखावत का गृह जिला जोधपुर इसी क्षेत्र का हिस्सा है। इस रेगिस्तानी इलाके का विकास जल की कमी के कारण वर्षों से बाधित रहा है और बांधों के निर्माण से ही इस समस्या का समाधान संभव है। डांगी ने कहा कि जनता अब खोखले वादों को समझ चुकी है और ऐसे नेताओं को जवाब देने के लिए तैयार है।
शेखावत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे और रामदेवरा में किए गए वादों पर डांगी की प्रतिक्रिया ने एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।