-आनन-फानन में किया गया पैचवर्क
-यूजर्स ने ‘सरकारी लूट’ का वीडियो किया वायरल
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
दक्षिण मुंबई की सड़कों पर वाहनों की भीड़-भाड़ को कम करने के लिए कोस्टल रोड का निर्माण किया गया है। पर अधूरे कोस्टल रोड को शुरू होने के चंद महीनों में ही इस सड़क पर गड्ढे बन गए हैं। इन्हें भरने के लिए आनन-फानन में पैचवर्क किया गया है। इससे सड़क काफी उबड़-खाबड़ हो गई है। ‘ईडी’ सरकार के राज में हुए इस कारनामे को लेकर उसकी जमकर किरकिरी हो रही है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि कोस्टल रोड को ‘ईडी’ सरकार ने भ्रष्टाचार का हाईवे बना डाला है। सड़क पर बने गड्ढों का वीडियो वायरल होते ही यूजर्स जमकर सरकार को ट्रोल कर रहे हैं।
कोस्टल रोड ने दिया वाहन चालकों को कष्ट
१४ हजार करोड़ की लागत
शुरू होते ही क्रैक और पैच!
-‘घाती’ सरकार पर बरसे लोग
चौपाटी से वर्ली तक कोस्टल रोड पर पैचवर्क के कारण सड़क ऊबड़-खाबड़ हो गई है। इससे वाहन में बैठे यात्रियों को झटका लगता है। भारी-भरकम लागत वाली कोस्टल रोड पर गड्ढा होना भयानक है।
दक्षिण मुंबई में सड़क यात्रा को सुगम बनाने के लिए कोस्टल रोड का निर्माण किया गया है। मगर रोड शुरू होने के कुछ ही दिनों के भीतर इस पर गड्ढे पड़ गए हैं, जिससे वाहन चालकों को काफी कष्ट हो रहा है। अब नाराज लोग ‘ईडी’ सरकार को जमकर कोस रहे हैं। उनका कहना है कि १४ हजार करोड़ रुपयों की लागत से बने इस कोस्टल रोड के शुरू होने के साथ ही वहां व्रैâक और पैच देखने को मिल रहा है।
बता दें कि १३,९८३ करोड़ रुपए की लागत से बन रहे वर्ली और नरीमन पॉइंट के बीच कोस्टल रोड का पहला चरण मार्च २०२४ में यातायात के लिए खोला गया, जबकि दूसरा जुलाई में चालू हुआ। कोस्टल रोड और बांद्रा वर्ली सी लिंक के बीच कनेक्टर का काम अंतिम चरण में है। इसी के साथ ही कुछ महीने में ही सड़क पर छोटे-बड़े गड्ढे पड़ गए हैं। लोगों का आरोप है कि मुंबई मनपा की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का काम सही तरीके से नहीं किया गया है, जिस कारण इस सड़क को लेकर अक्सर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
नागरिकों ने जताई चिंता
हाजी अली जंक्शन के पास कोस्टल रोड उत्तर-पूर्वी हिस्से पर बने गड्ढों पर मैस्टिक पैचवर्क किए जाने पर नागरिकों ने चिंता व्यक्त की है। इससे संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होते ही यूजर्स ‘घाती’ सरकार और मुंबई मनपा को जमकर ट्रोल कर रहे हैं। इसमें कई यूजर्स ने मनपा द्वारा किए गए कामों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। ‘एक्स’ पर यूजर्स जोरू भथेना ने कहा है कि करीब १४ हजार करोड़ की लागत से बने कोस्टल रोड शुरू होने के साथ ही उस पर व्रैâक और पैच दिख रहा है। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या भारत के इंप्रâास्ट्रक्चर का भविष्य ऐसा होगा। टैक्स पेयर्स सरकार और मनपा प्रशासन से बेहतर जवाबदेही की उम्मीद करते हैं। मुंबई निवासी शशिकांत मिश्रा ने कहा कि चौपाटी से वर्ली तक सड़क पर पैचवर्क के कारण सड़क ऊबड़-खाबड़ हो गई है। इससे कार से जाते समय चालक और उसमें बैठे यात्रियों को झटके लगते हैं। उन्होंने कहा कि भारी-भरकम लागत वाली कोस्टल रोड पर गड्ढा होना भयानक है। इसके साथ ही इन गड्ढों को घटिया तरीके से भरा गया है। उन्होंने कहा कि कोस्टल रोड परियोजना को लेकर जांच किए जाने की जरूरत है। इसके साथ ही यह भी साबित हो गया है कि राज्य सरकार कितनी लापरवाह है। वाहन चालक विनोद दुबे ने कहा कि कोस्टल रोड परियोजना को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इसलिए इसकी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी सुरक्षा और विश्वास से समझौता नहीं हो सकता है। आधुनिक विकास के साथ सुरक्षा और गुणवत्ता की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। देश को सिर्फ दिखावे की नहीं, टिकाऊ और सुरक्षित विकास की जरूरत है।