केंद्र सरकार देश में घुसपैठियों को कंट्रोल नहीं कर पा रही है। बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के जवानों को उचित सुविधा शायद नहीं मिल पा रही है। यही वजह है कि एक नया जुगाड़ निकाला गया है। कोलकाता बॉर्डर पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को अब एक नया हथियार मिला है। अब सीमा की सुरक्षा मधुमक्खियां करेंगी, इसके लिए बाकायदा उनको ट्रेनिंग भी दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, पिछले सप्ताह सीमा सुरक्षा बल के १०-१२ जवानों का एक ग्रुप एक खास ब्रीफिंग में हिस्सा लेने के लिए पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के कादीपुर गांव में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ पर खड़ा था। जालीदार सूट में सिर से पांव तक ढके ये सभी कमांडो हथियारों से नहीं, बल्कि छत्ता ढांचे से लैस थे। वे मधुमक्खियों का पालन करना सीख रहे थे।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ३२वीं बटालियन, जो ४६ किलोमीटर तक के बॉर्डर की हिफाजत करती है, ने भारत और बांग्लादेश के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा के बाड़ पर कई बॉक्स लटका दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि इस डर से कि मधुमक्खियों से परेशान न हों, तस्कर और घुसपैठियों ने इस रास्ते से आना छोड़ दिया है।
३२वीं बटालियन के प्रमुख कमांडेंट सुजीत कुमार ने कहा, ‘अक्सर बांग्लादेशियों द्वारा बाड़ काटकर अवैध रूप से भारत में घुसपैठ करने के मामले सामने आते रहते हैं। मवेशियों और अन्य वस्तुओं की तस्करी की घटनाएं भी बहुत आम थीं। हमारे लिए हैरानी की बात है, जब से हमने बाड़ पर यह बॉक्स बनाए हैं, इस तरह की घटनाएं लगभग खत्म हो गई हैं।’