किसानों की उपेक्षा का आरोप
सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव दो महीने पश्चात होने के कारण राज्य में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियों के नेताओं ने कमर कस ली है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि महायुति में दरार पड़ गई है। यही कारण है कि बीजेपी नेता आशीष देशमुख ने अजीत पवार गुट के मंत्री धनंजय मुंडे और मंत्री दिलीप वलसे पाटील पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आशीष देशमुख ने कल मीडिया से बातचीत के दौरान उक्त दोनों मंत्रियों पर आरोप लगाया कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के दबाव के कारण दिलीप वलसे पाटील विदर्भ के किसानों की उपेक्षा कर रहे हैं और मंत्री धनंजय मुंडे और कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुनील केदार के दबाव के कारण राजनीति कर रहे हैं।
आशीष देशमुख ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता सुनील केदार को बैंक घोटाले के मामले में मंत्री दिलीप वलसे पाटील बचा रहे है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में दिलीप वलसे पाटील से अनुरोध करता हूं कि वे इस संबंध में आदेश जारी करें और सुनील केदार १ हजार ४४४ करोड़ की वसूली करें।
देशमुख ने आगे कहा कि मंत्री धनंजय मुंडे कृषि मंत्री हैं। विदर्भ में संतरे और आम के किसानों को भारी नुकसान हुआ है और अभी तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया है। २०२१ का मुआवजा अभी भी लंबित है। इस संबंध में मैंने उनके साथ एक बैठक भी आयोजित की। हालांकि, उन्होंने सही समय पर यह मीटिंग रद्द कर दी।