अवैध रासायनिक कारखानों की है भरमार
एक बार फिर से हुआ रासायनिक गैस का रिसाव
जलन और सांस की तकलीफ से लोग परेशान
सामना संवाददाता / अंबरनाथ
ठाणे का अंबरनाथ भोपाल गैस त्रासदी के रास्ते पर है। यहां कभी भी चेर्नोबिल घटना घट सकती है। इलाके में धड़ल्ले से अवैध रासायनिक कारखाने चल रहे हैं, जिनकी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं है। यही कारण है कि यहां एक बार फिर से रासायनिक गैस का रिसाव हुआ है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को जलन और सांस की तकलीफ से गुजरना पड़ा। रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार देर रात ठाणे जिले के अंबरनाथ में स्थित एक केमिकल कंपनी में गंभीर गैस रिसाव की घटना हुई। यह दुर्घटना उस समय हुई जब फैक्ट्री में गैस वेंटिंग प्रक्रिया चल रही थी, जिसके परिणामस्वरूप विषैली गैस तेजी से फैल गई और आस-पास के क्षेत्रों में पहुंच गई। इस अप्रत्याशित घटना के तुरंत बाद स्थानीय निवासियों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। इलाके में फैली मोटी धुंध के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। जैसे ही गैस रिसाव की सूचना मिली, अंबरनाथ फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत सक्रिय हो गई और तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का आकलन किया।
अधिकारियों ने फैक्ट्री में चल रही प्रक्रिया की जांच की और सुरक्षा उपायों के तहत आस-पास के निवासियों को सावधान किया। प्रभावित क्षेत्रों में दमकल कर्मियों ने तेजी से राहत कार्य शुरू किए और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी भी की। गैस के प्रकार और उसके प्रभाव का आकलन करने के लिए विशेषज्ञों को भी बुलाया गया। फिलहाल, गैस रिसाव के कारणों की जांच की जा रही है और संबंधित अधिकारियों ने फैक्ट्री में चल रही सभी गतिविधियों को अस्थायी रूप से रोक दिया है। स्थानीय निवासियों को सावधानी बरतने और जरूरी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। इस बीच, अधिक जानकारी और विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
स्थानीय लोगों के अनुसार, औद्योगिक क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं कभी-कभी होती रहती हैं, लेकिन इस बार का गैस रिसाव अधिक व्यापक और गंभीर था। आसपास के इलाकों में रहने वाले निवासियों ने शिकायत की कि उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी और उनकी आंखों में असहनीय जलन हो रही थी। यह घटना खास तौर पर रात के समय हुई, जिससे लोगों में डर एवं चिंता का माहौल बन गया। स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी मौके पर पहुंची तथा स्थिति पर काबू पाने के लिए मदद की।