पिछले साल की तुलना में कम आवेदकों की संख्या
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) की मुंबई बोर्ड लॉटरी २०२४ के लिए आवेदनों में पिछले साल की तुलना में भारी गिरावट देखी जा रही है। इस साल २,०३० घरों के लिए अब तक केवल ७५,५७१ आवेदन प्राप्त हुए, जो पिछले साल के मुकाबले काफी कम हैं। २०२३ में ४,०८२ घरों के लिए १,४५,८४९ आवेदन आए थे, जबकि अभी तक संख्या ७५,००० भी मुश्किल से पहुंच पाई है।
आवेदन की अंतिम तिथि १९ सितंबर २०२४ तक निर्धारित है, जिसके बाद कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। आवेदकों के लिए सुरक्षा जमा राशि जमा करने की अंतिम तिथि भी १९ सितंबर को रात ११:५९ बजे तक है, लेकिन धीमी गति से आए आवेदनों ने म्हाडा की योजना पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। पिछले साल की तुलना में इस साल उत्साह में भारी कमी देखी जा रही है।
पिछले वर्षों में भी गिरावट का रुझान देखा गया है। २०१८ में १,३८४ घरों के लिए १,६४,००० आवेदन मिले थे, जबकि २०१९ में मात्र २१७ घरों के लिए ६५,००० आवेदन ही जमा हुए थे। म्हाडा की इस योजना में लोगों की रुचि लगातार घट रही है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या सरकार की नीतियां अब भी आवेदकों को आकर्षित कर रही हैं या फिर महंगे फ्लैट्स और पेचीदा नियमों ने आम आदमी की पहुंच से इसे दूर कर दिया है। अगर यही रुझान जारी रहा तो म्हाडा की लॉटरी योजनाओं पर भविष्य में और भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।