इस देश का सम्मान बढ़ाती है हिंदी
हमको तो जान से भी प्यारी है हिंदी
सारी दुनिया ही गीत जिसके है गाती
सारे जग की दुलारी हमारी है हिंदी
राष्ट्र का है स्वाभिमान इसमें झलके
सब जाते इस पर यूँ बलिहारी है हिंदी
पंत निराला मीरा तुलसी और कबीर
इन सब पर जाती वारी वारी है हिंदी
रंग के बासंती चोला भगत सिंह का
देश प्रेम का सुन्दर पाठ पढ़ाती है हिंदी
गुप्त मैथिली के गांवों में बस्ती है जो
मीठे गुड़ सी ही खूब मिठाती है हिंदी
यह भाषा ही सदा साथ कनक के होगी
यश की धवल ध्वजा तो फहराती है हिंदी
डॉ कनक लता तिवारी