हरियाणा में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। इसी बीच पूर्व मंत्री अनिल विज ने रविवार को बड़ा बयान दागा है। मीडिया के पूछने पर उन्होंने साफ कहा कि अगर भाजपा चुनाव जीतती है तो वे खुद हरियाणा का मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक हैं। अनिल विज ने यह बयान तब दिया है, जब पार्टी पहले ही कह चुकी है कि अगर भाजपा हरियाणा में फिर वापसी करती है तो नायब सिंह सैनी ही दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे। ऐसे में विपक्ष को घर बैठे एक और मुद्दा मिल गया है। अनिल विज का बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि वह प्रदेश की राजनीति के वरिष्ठ नेता हैं। वे छह बार से विधायक हैं और सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने मीडिया में बयान देते हुए यह भी कहा कि मैं सबसे वरिष्ठ विधायक हूं और मैंने पार्टी से कभी कुछ नहीं मांगा है। मैं जहां-जहां गया हूं, सब मुझे कह रहे हैं कि आप सीनियर मोस्ट हो, ऐसे में आप मुख्यमंत्री क्यों नहीं बने? ऐसे में लोगों की मांग पर इस बार अपनी वरिष्ठता के दम पर मैं मुख्यमंत्री बनने का दावा पेश करूंगा। अगर सरकार बनती है और पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री पद सौंपा तो मैं हरियाणा की तकदीर और तस्वीर दोनों बदल दूंगा।
वीडियो वायरल, नेता बाहर
बीते बुधवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कोयंबटूर में थी, जहां एमएसएमई क्षेत्र के साथ उनकी बैठक कोयंबटूर दक्षिण भाजपा विधायक वनथी श्रीनिवासन ने एक महीने के प्रयास के बाद आयोजित की थी, उम्मीद थी कि इससे सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। बैठक में श्री अन्नपूर्णा श्री गौरी शंकर होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डी. श्रीनिवासन ने होटल में दिए जानेवाले विभिन्न खाद्य पदार्थों पर जीएसटी की अलग-अलग दरों से उत्पन्न जटिलता को उठाया। बैठक के बाद श्रीनिवासन का निर्मला सीतारमण के साथ एक और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें श्रीनिवासन माफी मांगते नजर आ रहे थे/हैं। जब इस पर चौतरफा भाजपा की आलोचना की तब शनिवार को इस वीडियो को सोशल मीडिया पर जारी करने वाले एक शीर्ष जिला पदाधिकारी को जोड़नेवाली उनकी कथित टिप्पणियों के लिए निष्कासित कर दिया। निष्कासित पदाधिकारी, सिंगनल्लूर मंडल के अध्यक्ष आर सतीश ने फेसबुक पर पोस्ट किया था कि बैठक का विवादास्पद वीडियो एक शीर्ष जिला पदाधिकारी द्वारा रिकॉर्ड किया गया और जारी किया गया। उन्होंने कहा कि बाद में पोस्ट को हटा दिया गया। भाजपा जिला अध्यक्ष जे रमेशकुमार ने तुरंत सतीश को निष्कासन की चिट्ठी थमा दी। रमेशकुमार ने कहा कि सतीश ने हाल के विवादों को जोड़ते हुए पार्टी पदाधिकारियों के खिलाफ अपने विचार साझा किए थे और जिला इकाई उस व्यक्ति के बारे में पूछताछ कर रही है, जिसने घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया था।
अजय भट्टाचाय
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)