उमेश गुप्ता/वाराणसी
चेतगंज चौराहे पर सोमवार को मनबढ़ों ने करीब 45 वर्षीय साधु राजू दास की पत्थर की पटिया से मारकर हत्या कर दी। थाने से कुछ दूरी पर चौराहे के पास हुई इस सनसनीखेज वारदात से हड़कंप मच गया। हमलावर चेतगंज क्षेत्र की मलिन बस्ती के बताए जाते हैं। इससे पहले भी वह लोगों से विवाद और मारपीट की घटनाओं में शामिल रहे हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मामले की छानबीन के बाद शव को कब्जे में लेकर मर्चरी में रखवा दिया। पुलिस ने मौके की फोटो और वीडियोग्राफी भी कराई है। इसके बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए हत्या में शामिल लोगों पुष्टि कर रही है। हालांकि क्षेत्रीय लोगों के जरिए पुलिस को कुछ मनबढ़ों की जानकारी मिल गई और पुलिस ने पांच मनबढ़ों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि उनसे पूछताछ की जा रही है। घटना में शामिल कुछ मनबढ़ों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
मिली जानकारी के अनुसार साधु वेशधारी बाबा राजूदास अघोर परम्परा से जुड़े बताए जाते हैं। वह शराब का भी सेवन करते थे। घटना के समय वह नशे की हालत थे। इसी दौरान आधा दर्जन से अधिक मनबढ़ पहुंचे। उनमें से भी कुछ नशे की हालत में थे। किसी बात को लेकर राजू दास से मनबढ़ों के गोल में शामिल युवक से विवाद हो गया। राजू दास ने भी अपशब्द कह दिये। गिरोह बनाकर चलनेवाले इन मनबढ़ों को साधु के अपशब्द बुरा लग गया। फिर सबने मिलकर उनकी पिटाई करनी शुरू कर दी। बाबा पिटाई से निढाल हो चुके थे। इसी दौरान एक व्यक्ति पत्थर की पटिया लेकर आया और उनके पर पटक दिया।
पटिया सिर पर गिरते ही उनकी वहीं मौत हो गई। हमलावरों को लगा की साधु की मौत हो गई है। इसके बाद वह भाग निकले। हालांकि कुछ लोग इस घटना के दौरान आसपास मौजूद थे, लेकिन वह बीच-बचाव करने का साहस नहीं जुटा पाए। यह भी बताया जाता है कि चेतगंज और मलदहिया मलिन बस्ती के कुछ युवकों ने अपना गिरोह बना लिया है। वह रोज शाम के वक्त निकलते हैं और विवाद, मारपीट करते हैं। कई लोगों पर इस गिरोह के लोगों ने ब्लेड से हमला भी किया है। इस घटना बाद इस गिरोह की करतूत सामने आ रही है। घटना में शामिल कुछ मनबढ़ नाबालिग भी बताए जा रहे हैं।