सामना संवाददाता / मुंबई
महायुति में विधानसभा चुनाव को लेकर अंदरूनी उठा-पटक जारी है। सीटों के बंटवारे को लेकर तीनों दलों में खींच-तान मची हुई है। महायुति के तीनों दल भले औकात से अधिक सीटें मांग रहे हैं, लेकिन वास्तव में शिंदे और अजीत पवार गुट के पास उम्मीदवार ही नहीं हैं। इसका फायदा भाजपा उठा रही है। भाजपा शिंदे गुट के विधायकों की जगह अपना प्रत्याशी दे रही है, जिसे लेकर शिंदे और भाजपा गुट में तनाव भी है। इसका खुलासा बच्चू कडू ने किया है।
कडू ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी ने शिंदे गुट की सीटों पर उम्मीदवार देने का गलत काम शुरू किया है। विधायक बच्चू कडू ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जो चुनाव क्षेत्र शिंदे गुट के पास है, वहां भाजपा उम्मीदवार तय करती है और इस बात का हमें विरोध है। उनके इस बयान से राजनीतिक गलियारे में चर्चा छिड़ गई है। उन्होंने कहा कि एक सर्वे से साफ था कि नवनीत राणा लोकसभा चुनाव में अमरावती सीट से चुनाव नहीं जीतेंगी, लेकिन विरोध के बावजूद भाजपा ने नवनीत राणा को टिकट दिया। फिर भाजपा ने शिंदे गुट के उम्मीदवार से कहा कि आपका सर्वेक्षण सही नहीं है। इसका मतलब है कि चुनाव क्षेत्र शिंदे गुट के कोटे का था, लेकिन भाजपा उम्मीदवार तय करती है। यह कारनामा वास्तव में घातक है, ऐसा आरोप विधायक बच्चू कडू ने लगाया।