अशोक तिवारी / मुंबई
मुंबई महानगरपालिका मुंबई की बदनामी पूरे देशभर में करवा रही है। एयरपोर्ट से देशभर के लोग मुंबई आते हैं। सांताक्रुज एयरपोर्ट के कालीना मिलिट्री कंपाउंड के सामने गेट क्रमांक ८ है, जिसे एयरपोर्ट का वीआईपी गेट कहा जाता है। इस गेट से देशभर के आए हुए वीआईपी लोगों को बाहर निकाला जाता है, लेकिन एयरपोर्ट के गेट से बाहर सड़क की हालत इतनी दयनीय है कि वहां से वाहन तो क्या पैदल आदमी भी गुजर नहीं सकता। बरसात में सड़क का आधा हिस्सा बह गया है और सड़क पर मिट्टी और कीचड़ हो गया है, जिसकी वजह से सड़क के आधे हिस्से में ही आवागमन होता है। सिर्फ आधी सड़क पर वाहन चलने से रोड पर ट्रैफिक जाम हो जाता है। बता दें कि वीआईपी गेट से अधिकतर बड़े लोगों का आना-जाना होता है, जिन्हें रिसीव करने के लिए बड़ी संख्या में अन्य वाहन वहां पर आते हैं। सड़क पर मौजूद मिट्टी और कीचड़ को देखकर बाहर से आए लोग खिल्ली उड़ाते हैं। गौरतलब है कि राज्य की घाती शिंदे सरकार ने सत्ता संभालने के बाद दावा किया था कि मुंबई की सड़कों पर एक भी गड्ढे नहीं रहेंगे, लेकिन वर्तमान में मुंबई की सड़कों की हालत ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों से भी खराब है। सड़क की हालत दयनीय होने से अधिकतर वाहन चालक इस सड़क का उपयोग करने से कतराते हैं, जिसके चलते उन्हें कालीना शास्त्री नगर से होकर गुजरना पड़ता है। इस वजह से दूरी करीब ढाई किलोमीटर बढ़ जाती है। ज्यादा दूरी तय करने की वजह से वाहनों में पेट्रोल और डीजल की निरर्थक बर्बादी हो रही है। ‘सामना’ संवाददाता ने इस संदर्भ में प्रतिक्रिया लेने के लिए एच ईस्ट वॉर्ड के सहायक आयुक्त से संपर्क करने की बार-बार कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
महानगरपालिका के सांताक्रुज वॉर्ड में कई बार शिकायत की गई है, लेकिन मनपा के अधिकारी कभी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। सड़क के गड्ढों और कीचड़ में गिरकर कई वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। महानगरपालिका का यह मुंबई की जनता के साथ विश्वासघात और भ्रष्टाचार का ज्वलंत उदाहरण है।
– कमलेश गुप्ता, स्थानीय समाजसेविका