सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शिंदे सरकार ने राज्य में लाडली बहन योजना शुरू की। इसी योजना के तहत शिंदे गुट द्वारा नांदेड़ में एक लाडली बहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उस कार्यक्रम में दिखावे के लिए महिलाओं को जमकर साड़ियां बांटी गर्इं। लेकिन वाहवाही के लिए बांटी गई इन साड़ियों में ज्यादातर साड़ियां सड़ी और फटी निकली, जिसे लेकर महिलाओं में शिंदे गुट के लोगों के खिलाफ नाराजगी है। खराब साड़ियां मिलने से नाराज महिलाओं का आरोप है कि यहां बांटी गई ज्यादातर साड़ियां फटी हुई हैं। गुस्साई महिलाओं ने आरोप लगाया कि वोट के लिए शिंदे गुट के लोग कार्यक्रम तो कर लेते हैं लेकिन उनकी औकात से अधिक बड़ा कार्यक्रम रख कर वे लोगों को मूर्ख बनाते हैं। यही वजह है कि वे कार्यक्रम में कोई व्यवस्था तक नहीं कर पाते हैं।
बता दें कि एक तरफ जहां महिलाओं को फटी साड़ियों को देकर उन्हें मूर्ख बनाया गया वहीं बेहद घटिया व्यवस्था शिंदे गुट की ओर से की गई थी। महिलाओं ने शिंदे गुट को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यहां पीने का पानी भी नहीं रखा गया था। क्या हमें कष्ट झेलने के लिए बुलाया गया था? गुस्साई महिलाओं ने पूछा। हिमायतनगर, नांदेड़ में शिंदे गुट ने लाडली बहन योजना के लाभार्थियों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में भीड़ आकर्षित करने के लिए शिंदे गुट की ओर से साड़ी वितरण का भी आयोजन किया गया था। साड़ियों के वितरण के चलते यहां महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी, लेकिन महिलाओं के अनुसार, यह आयोजन व्यवस्थित नहीं था। यहां साड़ियां फटी निकलीं तो पीने के लिए पानी भी नहीं था, बैठने की जगह नहीं थी, दूर-दूर से आई महिलाओं को शिंदे गुट द्वारा फटी साड़ियां थमा दी दी गर्इं। उन साड़ियों को देखकर महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा।