सामना संवाददाता / मुंबई
वापसी की बारिश में घातियों के दावे सचमुच बह गए। साल २००५ के बाद पहली बार वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर पानी भरा। रेलवे ठप हो गई। आपालकालीन स्थिति के लिए हमारे कार्यकाल में शुरू किया गया मनपा का ‘एक्स’ एकाउंट बंद पड़ गया। मेट्रो ने कई जगहों पर खुदाई कर रखी है, जिससे बचने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए हैं। वहां भी पानी भर गया था, जिससे यातायात थम गया। मुंबई और ठाणे समेत पुणे में भी बाढ़ आ गई। एक घंटे में मुंबई ठप हो गई। प्रशासक के जरिए ठेकेदारों के लिए काम करने वाले नाकारा असंवैधानिक मुख्यमंत्री की वजह से यह स्थिति पैदा हुई है। इतना नाकारा मुख्यमंत्री देश ने पहले नहीं देखा। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने किया।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि ईडी के राज में ठेकेदारों की मौज है और अपने लिए ‘खोके’ और जनता को ‘धोके’ का सिलसिला चल रहा है। बारिश लौट आई है। इसी क्रम में मुंबई में बुधवार को जोरदार बारिश हुई, लेकिन सरकार और मनपा की व्यवस्था कमजोर होने से जगह-जगह पानी भर गया। हजारों मुंबईकरों को घर लौटते समय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। आदित्य ठाकरे ने ‘मातोश्री’ निवास स्थान पर कल एक प्रेस कॉन्प्रâेंस की।
समय पर शुरू नहीं हुआ पंप
भ्रष्टाचार के कारण मुंबई में भरा पानी!
-आदित्य ठाकरे ने ‘ईडी’ सरकार की खोली पोल
एक घंटे की बारिश में ही मुंबई ठप हो गई। इस मामले में शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने कल ‘ईडी’ सरकार और मनपा की अक्षमता को उजागर किया। उन्होंने कहा कि कल जब असंवैधानिक मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि कहीं भी पानी नहीं भरा तो उसके आधे घंटे बाद ही मुंबई में कई जगहों पर पानी भर गया और मुंबई पूरी तरह से ठप हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि हर काम में भ्रष्टाचार के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। पंप समय पर शुरू नहीं होने के कारण मुंबई में पानी भरा। यह स्थिति खराब योजना के कारण उत्पन्न हुई।
आदित्य ठाकरे ने सवाल उठाया कि कल जब भारी बारिश हो रही थी तब मुंबई के पालक मंत्री कहां थे? मुख्यमंत्री की गड्ढा मुक्त घोषणा का क्या हुआ? आदित्य ठाकरे ने कहा कि आधा किलोमीटर सड़क भी नहीं बनी है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में डीपीडीसी के माध्यम से शुरू किया गया सुरक्षा दीवारों का काम ठप पड़ा है। नगर विकास विभाग मुख्यमंत्री के पास है। उनके माध्यम से ही प्रशासन की ओर से मनपा का कामकाज चल रहा है। यहां भ्रष्टाचार करनेवाला गिरोह है। आदित्य ठाकरे ने यह भी खुलासा किया कि यह तय कर लिया गया है कि सड़क के ठेके और बिल्डिंग के ठेके कौन देखेगा, साथ ही ठेकेदारों को कौन संभालेगा?
हवा में मनपा के १५ वॉर्ड
मनपा के प्रत्येक वॉर्ड में सहायक आयुक्त उस प्रभाग का ‘मिनी कमिश्नर’ होता है, लेकिन पिछले दो वर्षों से १५ वॉर्डों में कोई सहायक आयुक्त नहीं होने से नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मनपा और स्थानीय निकायों के चुनाव नहीं होने के कारण कोई महापौर और नगरसेवक नहीं है। ऐसे समय में नागरिक कहां जाएं? इस तरह का सवाल उन्होंने किया।
मेट्रो के कारण बेस्ट को सलाना २० करोड़ का नुकसान
मुंबई में कई स्थानों पर चल रहे मेट्रो के काम की वजह से बेस्ट के रूट काफी प्रभावित हुए हैं। बैरिकेड्स लगाकर सड़कों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे बेस्ट को भारी नुकसान हो रहा है। पिछले दो सालों से बेस्ट को हर साल २० करोड़ का नुकसान हो रहा है।
कल कहां थे मनपा और पुलिस कर्मी?
कल घाटकोपर में भारी बारिश से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। ज्यादातर जगहों पर यही स्थिति थी इसलिए कल जब भारी बारिश हो रही थी तो मनपा कर्मी और पुलिस वाले कहां थे? क्या केवल वीआईपी के आने पर सड़कों पर पुलिस उतरेगी? इस तरह का सवाल करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि मनपा, एसआरए, एमएमआरडीए को मुंबई की प्लानिंग आथॉरिटी कहा जाता है। फिर कल ये यंत्रणाएं कहां थीं? इस तरह का सवाल उठाते हुए घातियों और भाजपा पर तंज कसते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि वे सत्ता के लिए केवल पार्टियों, परिवारों को तोड़ने और समाज में दरारें पैदा करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस शासन की प्राथमिकता ठेकेदार और पैसा बस इतना ही है।