मुख्यपृष्ठनए समाचारदागियों को टिकट क्यों दिया? ...विज्ञापन देकर जनता को होगा बताना

दागियों को टिकट क्यों दिया? …विज्ञापन देकर जनता को होगा बताना

– ३ साल से एक जगह पर रहे अधिकारियों के होंगे ट्रांसफर
– २६ नवंबर से पहले पूरी होगी विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया
सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव में बूथ कैप्चरिंग, हत्या, मारपीट और रंगदारी के कारण चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को नुकसान होने वाला है क्योंकि राजनीतिक दलों को विज्ञापन के माध्यम से यह बताना होगा कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को क्यों टिकट दिया है। चुनाव मैदान में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अपने अपराधों की कुंडली तीन बार विज्ञापन के जरिए मतदाताओं के सामने पेश करनी होगी। तब मतदाता तय करेंगे कि उन्हें आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को चुनना चाहिए या नहीं। इस बीच, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने उन अधिकारियों को भी स्थानांतरित करने का आदेश दिया है, जिन्होंने बिना किसी कारण तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम ने मुंबई के दो दिवसीय दौरे के दौरान १४ विभिन्न राजनीतिक दलों से मुलाकात की। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल नवरात्रि के बाद बजने की संभावना है। यानी नवरात्रि के बाद विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा हो सकती है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि महाराष्ट्र की सीमा छह राज्यों से लगती है। इन सीमाओं पर ३०० चेक पोस्ट बनाए जाएंगे। ताकि अवैध नकदी, नशीले पदार्थ, शराब को राज्य में लाने से पहले ही रोक लिया जाए। साथ ही एम्बुलेंस और एटीएम में कैश डालने के लिए इस्तेमाल होने वाली वैâश वैन पर भी नजर रखी जाएगी। चुनाव प्रचार के दौरान पैसे को अवैध रूप से लाने के लिए हेलिकॉप्टरों का भी इस्तेमाल किया जाता है। राजीव कुमार ने यह भी कहा कि हवाई मार्ग से माल के अवैध परिवहन को रोकने के लिए सभी हेलीपैडों पर हेलिकॉप्टरों की जांच की जाएगी।
१९.४८ लाख नए मतदाता
केंद्रीय चुनाव आयोग ने एक प्रेस काॅन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें महाराष्ट्र में होने वाले आगामी चुनावों पर जानकारी दी। विधानसभा का कार्यकाल २६ नवंबर को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग के अनुसार, वर्तमान में महाराष्ट्र में ९.५९ करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से १९.४८ लाख नए मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। राज्य में कुल १,००,१८६ मतदान केंद्र हैं, जिनमें से ४२,५८५ शहरी और ५७,६०१ ग्रामीण मतदान केंद्र हैं।आयुक्त कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में सभी की भागीदारी जरूरी है। शहरी क्षेत्रों में १०० प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में भी हम ५० प्रतिशत से अधिक बूथों को सीसीटीवी से कवर करने का प्रयास करेंगे। ३५० बूथों का प्रबंधन युवाओं द्वारा किया जाएगा।

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