-एक ही पते से अलग-अलग निविदाएं हुईं जमा
अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
महाराष्ट्र के एक सरकारी भवन के मरम्मत कार्य के लिए जारी निविदा प्रक्रिया में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। संबंधित कार्यालय को प्राप्त शिकायत के अनुसार, दो अलग-अलग निविदाकारों द्वारा जमा की गर्इं निविदाओं में एक ही पता पाया गया। इस गंभीर अनियमितता को देखते हुए विधि सलाहकार /प्राधिकरण से सलाह ली गई, जिसके आधार पर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
विधि सलाहकारों के अभिप्राय के अनुसार, प्रत्येक निविदाकार का पता अलग होना अनिवार्य है। एक ही पते से दो निविदाएं जमा करना निविदा प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता का उल्लंघन माना गया है। इस परिप्रेक्ष्य में संबंधित विभाग ने निर्देश दिए हैं कि भविष्य में किसी भी सरकारी निविदा की तकनीकी निविदा खुलने के बाद सभी निविदाकारों के पते की अनिवार्य रूप से जांच की जाए। परिपत्रक में यह स्पष्ट किया गया है कि यदि किसी निविदा प्रक्रिया के दौरान दो निविदाकारों का पता एक ही पाया जाता है, तो दोनों निविदाकारों को तकनीकी निविदा में अपात्र घोषित कर दिया जाएगा और शेष निविदा प्रक्रिया जारी रखी जाएगी। इसका उद्देश्य निविदा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है, ताकि किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा रोका जा सके।
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
सरकारी निविदा प्रक्रिया में ऐसी अनियमितताओं को रोकने के लिए सख्त दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य किया गया है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि इस परिपत्रक का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इस कदम का उद्देश्य सरकारी परियोजनाओं में पारदर्शिता बनाए रखना है। यह स्पष्ट संदेश है कि सरकार निविदा प्रक्रिया में किसी भी अनियमितता को बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।