सामना संवाददाता / मुंबई
माताओं और बहनों पर अत्याचार हो रहे हैं। उनके हाथ में मशाल दे, अपना तेज दे, भ्रष्टाचार- अराजकता जलाकर भस्म कर दे, इस तरह की प्रार्थना शिवसेना द्वारा तैयार किए गए ‘असुरों का संहार करने के लिए मशाल हाथ में दे’ सत्वर भूवरी ये गं अंबे सत्वर भूवरी ये’ गीत में की गई है। इस तरह की जानकारी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने दीं।
शिवसेना द्वारा तैयार किए गए इस गीत का लोकार्पण नवरात्रोत्सव के मुहूर्त पर उद्धव ठाकरे के हाथों कल शिवसेना भवन में हुआ। इस मौके पर उन्होंने मीडिया से संवाद साधते हुए ‘घाती’ सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में फर्जीवाड़ा चल रहा है। असंवैधानिक सरकार असीमित भ्रष्टाचार कर रही है। महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं और सरकार में उन्हें बचाने वाला कोई नहीं दिखाई दे रहा है।
दशहरा सम्मेलन में होगा हिसाब! -उद्धव ठाकरे
शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे कल राज्य की ‘घाती’ सरकार जमकर बरसे। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुंबई दौरे में कई बयान दिए थे। इस बारे में मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का उद्धव ठाकरे ने जबाव देना टाल दिया। उन्होंने कहा कि त्योहार का सीजन है। इसमें राजनीतिक बातें नहीं होनी चाहिए। किसी को जो कुछ भी बोलना है, बोलने दीजिए। शिवसेना का दशहरा सम्मेलन परंपरागत शिवतीर्थ पर होगा। वहां हिसाब करते हुए हम ‘सौ सोनार की, एक लोहार की’ कर डालेंगे। इस तरह की चेतावनी उन्होंने दी।
इतिहास में बार-बार देखा गया है कि मां जगदंबा हृदय से पुकारने पर भक्तों की रक्षा के लिए दौड़ पड़ती हैं। उद्धव ठाकरे ने विश्वास जताया कि इस बार भी वह अपना असली स्वरूप दिखाएंगी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना पिछले ढाई साल से न्याय मंदिर का दरवाजा खटखटा रही है। हमारे हाथ दुखने लगे। हमें न्याय के देवता पर विश्वास है, लेकिन फिर भी न्याय नहीं मिल रहा। आखिर में हमने मां जगदंबा से मन्नत मांगी है कि अब तो दरवाजा खोलिए। इस के साथ ही हम जनता से न्याय मांगने के लिए जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने आह्वान किया कि शिवसेना के इस गीत को महाराष्ट्र के कोने-कोने तक पहुंचाएं।
एकनाथ के नाम पर बहुरूपियों का नाश करो!
महाराष्ट्र में मौजूदा समय में अराजकता का माहौल है। इसी तरह की अराजकता शिव छत्रपति से पहले पूरे देश पर आई थी। उस समय संत एकनाथ ने ‘बाएं दरवाजा खोलो’ की दुहाई दी थी। आज एकनाथ के नाम पर बहुत बहुरूपिए दिखाई दे रहे हैं। इन बहुरूपियों का नाश करो। इस तरह की मन्नत भी शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल मां जगदंबा से मांगी।