मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृतिकैंसर मरीजों को आत्मनिर्भर बनाता है (CPAA)

कैंसर मरीजों को आत्मनिर्भर बनाता है (CPAA)

रवीन्द्र मिश्रा / मुंबई

जीवनशैली में बदलाव, पर्यावरण प्रदूषण तथा तंबाकू जैसे नशीले पदार्थ का सेवन करने प्रवृत्ति के चलते देश में कैंसर मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। इस मर्ज के इलाज पर परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ जाती है। ऐसे मरीजों को स्वावलंबी बनाने के लिए मुंबई की एक सामाजिक संस्था कैंसर पेशंट एंड एसोसिएशन (CPAA) ने मरीजों के इलाज के साथ साथ उन्हें स्वावलंबी बनाने का कार्य शुरू किया है।

मुंबई पत्रकार संघ हाल में आयोजित प्रेस वार्ता में ( CPAA) की कार्यकारी निदेशक श्रीमती मंजू गुप्ता ने पत्रकारों को बताया कि यह संस्था 1987 से कैंसर मरीजों के इलाज के साथ-साथ उनके परिजनों को भी व्यवसायिक प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाने का कार्य कर रही है। अब तक 22 हजार 447 लोगों के मन की बेचारगी दूर कर उनके जीवन में ज़ीने का नया विश्वास पैदा कर उन्हें स्वावलंबी बनाने का कार्य किया है। इस पुनर्वसन केंद्र पर सिलाई, कढ़ाई, दीप सजावट, बाक्स बनाना, स्क्रीन प्रिंटिंग, स्तन के कृत्रिम अंग जैसे अन्य वस्तुएं बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।

कैंसर मरीजों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद को बाजार में उपलब्ध करा कर उनका पुनर्वसन किया जाता है। इस केंद्र की कार्यकारी निदेशक मंजू गुप्ता ने लोगों से अपील कर कहा है कि कैंसर मरीजों के इलाज एवं उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपना योगदान कर इंसानियत का परिचय दैं। इस अवसर पर संस्था की सीईओ अलका सप्रू बिसेन तथा सीपीएए रिहैब की पीआर डाइरेक्टर सुमन अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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