सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) द्वारा कल ‘महा नौकरी’ कार्यक्रम में शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा और शिंदे गुट की जमकर खबर ली और मौजूद लोगों का मार्गदर्शन भी किया। कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने राज्य की ‘घाती’ सरकार के दौरान बढ़ती बेरोजगारी पर जोरदार हमला बोला। उद्धव ठाकरे ने गरजते हुए कहा कि डेढ़ महीने बाद ‘गद्दार’ बेरोजगार हो जाएंगे!
बता दें कि कल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक एड. अनिल परब ने ‘महा नौकरी’ सम्मेलन का आयोजन किया था। इसका उद्घाटन शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने किया। इस मौके पर शिवसेना नेता, युवासेना प्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे।
बालासाहेब ने सिखाया है
नौकरी मांगने वाले नहीं, देने वाले बनो!
उद्धव ठाकरे ने किया ‘महा नौकरी’ सम्मेलन का मार्गदर्शन
कल विलेपार्ले में शिवसेना ने ‘महा नौकरी’ सम्मेलन का आयोजन किया था। इस सम्मेलन का मार्गदर्शन शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने किया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेनाप्रमुख ने मराठी लोगों व महाराष्ट्र के भूमिपुत्रों के न्याय के लिए शिवसेना की स्थापना की। नौकरियां मिलनी ही चाहिए लेकिन, बालासाहेब ने सिखाया है कि नौकरी मांगने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनो। दूसरी कंपनियों में नौकरी कर सकते हैं, लेकिन कोई ऐसा उद्योग-धंधा शुरू करें ताकि दूसरों को रोजगार दे सकें। वर्ष १९६६ से आज २०२४ तक अन्य पार्टियों ने हमारे और महाराष्ट्र के लिए क्या किया और शिवसेना ने क्या किया! इसका आकलन करें तो शिवसेना की उपलब्धियां बहुत बड़ी हैं। मुझे इस पर गर्व है। आज की राजनीति चुनाव जीतने के लिए है। दंगे भड़काने, हिंदू-मुस्लिम दंगे कराने, समाज में कलह बढ़ाने की राजनीति चल रही है, ऐसा क्यों करना चाहिए? दंगों में आम लोग मारे जाते हैं, आम लोग पकड़े जाते हैं और पूरा पुलिस प्रशासन उनके पीछे लग जाता है। अदालत में तारीख पर तारीख चलती है और उन दंगों म अपना फायदा देखकर शासक सत्ता हासिल करते हैं।
ऐसे माहौल में शिवसेना को छोड़कर अन्य कोई पार्टी नौकरियों के लिए काम नहीं करती। यहां तक कि सरकार भी नहीं करती। यदि किसी ने ऐसा काम किया है तो आकर सामने बताए, ऐसी चुनौती भी उद्धव ठाकरे ने दी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री ठाणे और मुंबई का दौरा कर रहे हैं। वे आज आ रहे हैं। यह एक अच्छा संयोग है। एक तरफ प्रधानमंत्री अपने ठेकेदार मित्र की जेब भरने आ रहे हैं। एक हजार करोड़, तीस हजार करोड़, एक लाख करोड़, पचास हजार करोड़ का प्रोजेक्ट, लेकिन पता नहीं कहां चला जाता है, फिर भी प्रोजेक्ट लॉन्च हो जाता है। प्रधानमंत्री ने जिन की घोषणा की थी, जैसे मुंबई की सड़कें, वे पूरी नहीं हुई हैं। शिवस्मारक, मैं स्वयं इसका साक्षी हूं। जलपूजा की गई, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ठेके जारी होते हैं, सड़क का काम पूरा होता है, ठेकेदारों की जेबें भरती हैं। ठेकेदारों के माध्यम से उनके अधिकारियों की जेबें भर जाती हैं, लेकिन आम आदमी के घर में चूल्हा नहीं जलता। हमारा हिंदुत्व वह हिंदुत्व है जो घर में चूल्हा जलाता है और उनका हिंदुत्व घर जलाता है। यह एक बड़ा अंतर है। जब आप इस अंतर पर विचार करेंगे तो आपको समझ आएगा कि शिवसेना इसे क्यों खत्म करना चाहती है? ऐसा हमला भी उद्धव ठाकरे ने बोला।
आगे उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज ज्यादा बात करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जब काम की बात हो तो बात करने की जरूरत नहीं है। आज शिवसेना का काम बोल रहा है। वहां भारतीय श्रमिक सेना, स्थानीय जन अधिकार समिति है। शिवसेना ने हजारों, लाखों युवक-युवतियों को कंपनियों और दफ्तरों में रोजगार दिलाया। इस बीच विज्ञापन भी आए। जिस दरवाजे पर मराठी लोगों के लिए प्रवेश निषेध का बोर्ड लगा है, उस दरवाजे को तोड़े बिना मराठी लोग प्रवेश नहीं करेंगे। यह एक शुरुआत है। बस इसे लगाओ और बोर्ड दिखाओ। हर भूमिपुत्र की गरिमा हर राज्य में कायम रहनी चाहिए। सिर्फ योजनाओं की घोषणाएं हो रही हैं, नौकरियों का पता नहीं है। केवल योजनाओं की घोषणा से लोगों का पेट नहीं भरता, योजनाएं लागू होनी चाहिए। पिछले ढाई साल में आज तक बताइए गद्दारी करने के बाद सरकार गिराने के बाद कोई बड़ा प्रोजेक्ट शुरू हुआ है क्या? कोई नहीं। इसके विपरीत, हम जो भी प्रोजेक्ट लाए थे, वे आधे-अधूरे थे, एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके थे। विश्वासघात के बाद बनी अस्थिरता के कारण आज कोई भी निवेशक हमारे राज्य में आने को तैयार नहीं है। उद्धव ठाकरे ने राज्य में भाजपा-घाती सरकार के भ्रष्ट शासन पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य की यह एक भयानक वास्तविकता है।
मोदीजी, जितना रिबन काटना है, काट लीजिए
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अभी डेढ़ महीने ही रह गए हैं। मोदीजी आप आ रहे हैं, जितना रिबन काटना है, काट लीजिए। आनेवाले विधानसभा चुनाव में जनता आपकी पार्टी और आपके सभी गद्दार मित्रों को उनकी जगह दिखाए बिना चुप नहीं बैठेगी। आज हम युवाओं को रोजगार दे रहे हैं, लेकिन डेढ़ महीने बाद सरकार में बैठे ये सभी गद्दार बेरोजगार हो जाएंगे। वे कहेंगे नौकरी दो। मैं किसी गद्दार को नौकरी नहीं दूंगा, ऐसा तंज उद्धव ठाकरे ने सरकार पर कसा।
लूट का हिसाब लिए बिना चुप नहीं बैठेंगे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज आप मेरे प्रदेश को परियोजनाओं के नाम पर जो भी कुछ लूट रहे हैं, हमारी सरकार आने पर एक महीने बाद आपकी लूट का हिसाब लिए बिना हम चुप नहीं बैठेंगे। जिन लोगों को आज रोजगार या नौकरी का अवसर मिला, उन्हें बधाई। हमारी जनसंख्या बढ़ती जा रही है, आज हम जनसंख्या के मामले में दुनिया में नंबर एक देश हैं, लेकिन बेरोजगार भी नंबर एक हो सकते हैं। आबादी तो बढ़ रही है, लेकिन उद्योग-धंधे नहीं हैं। रोजगार कोई नहीं देता। रोजगार के अवसर शिवसेना उपलब्ध करा रही है। पुलिस भर्ती में १७ हजार पदों के लिए १७ लाख आवेदन आए, उनमें पढ़े-लिखे भी थे। इसी तरह सफाईकर्मियों की नौकरी के लिए करीब ४६ हजार आवेदन आए हैं, जिसमें ग्रेजुएट भी थे।