-राज्य के कई कार्यक्रमों में मौजूद नहीं रहने से चर्चा का बाजार गर्म
सामना संवाददाता / मुंबई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्धा आए थे और उन्होंने विश्वकर्मा योजना की वर्षगांठ मनाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार भी मौजूद थे। मोदी की विदर्भ में सभा होने के बावजूद केंद्रीय मंत्री और दिग्गज भाजपा नेता नितिन गडकरी गायब रहे। मोदी के कार्यक्रमों में नदारद होने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी वे कई बार मोदी के कार्यक्रमों से दूरी बना चुके हैं। इसके चलते अब राज्य की राजनीति में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
वर्ष २०१४ से ही नितिन गडकरी नागपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने जा रहे हैं। गडकरी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं।
संघ का भाजपा को आदेश
हर बैठक में गडकरी को किया जाए शामिल
एक रिपोर्ट के मुताबिक, संघ ने भाजपा को आदेश दिया है कि राज्य में होनेवाले चुनाव के हर पैâसले में नितिन गडकरी को शामिल किया जाए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विदर्भ में चुनाव लड़ने, उम्मीदवारों के चयन और चुनावी रणनीति तय करने में गडकरी को भी शामिल करने का निर्देश दिया है।
अपनी ही सरकार से असंंतुष्ट हैं गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी ही सरकार से असंतुष्ट हैं। मौका मिलने पर अपनी ही सरकार की आलोचना करने से बाज नहीं आते हैं। अप्रत्यक्ष रूप से वे कई बार पीएम मोदी की कार्यप्रणाली को भी कटघरे में ला चुके हैं। मोदी हाल ही में कई बार महाराष्ट्र आ चुके हैं। उनके कार्यक्रमों से गडकरी का गायब होना चर्चा का विषय बना हुआ है। गडकरी विदर्भ के बड़े नेता माने जाते हैं। पिछले महीने वर्धा में पीएम मोदी की सभा हुई। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने महिला उद्यमियों को सम्मानित किया था। इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी विदर्भ के बड़े नेता माने जाते हैं। इसके बावजूद वे प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम से गायब रहे। इसी तरह का कार्यक्रम २४ सितंबर को नागपुर में आयोजित किया गया था। तब भी गडकरी इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे। इसके बाद यह वजह सामने आई कि गडकरी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बैठक कर रहे थे।