– दवाओं की सैंपलिंग पर मंडराया खतरा
सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव का बिगुल किसी भी समय बज सकता है। चुनाव आयोग ने इसे लेकर पहले ही इशारा कर दिया है। इसी क्रम में राज्य के लगभग सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी चुनावी कामकाज में जुट गए हैं। इसी के साथ ही मुंबई के एफडीए विभाग में कार्यरत चार सहायक आयुक्तों के साथ ही सभी अधिकारी चुनावी ड्यूटी में लग गए हैं। उनके चुनावी कामों में लगने से अब मायानगरी में बेधड़क मिलावटखोरी होने लगेगी। इतना ही नहीं, दवाओं पर नियंत्रण नहीं रहेगा और सैंपलिंग भी रुक जाएगी। साथ ही मेडिकल स्टोरों पर बिना डॉक्टरों की चिट्ठी के दवाएं मिलने लगेंगी। इस संकट को देखते हुए ऑल फूड एंड ड्रग होल्डर्स फॉउंडेशन के अध्यक्ष अभय पांडेय ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इन समस्याओं से अवगत कराते हुए एफडीए अधिकारियों को इस कार्य से मुक्त करने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के जिलाधिकारी ने शहर में स्थित एफडीए के सभी चार ड्रग असिस्टेंट कमिश्नर और १२ ड्रग इंस्पेक्टरों की इलेक्शन ड्यूटी लगा दी है। इसी तरह फूड असिस्टेंट कमिश्नरों और इंस्पेक्टरों को भी चुनावी कामकाज सौंपा गया है, जिसकी खबर मिलावटखोरों को हो चुकी है। ऐसे में शहर में कुछ हद तक कम हुई मिलावटखोरी का गोरखधंधा फिर से बढ़ने लगेगा। दूसरी तरफ सार्वजनिक जरूरतों और आवश्यक नियामक गतिविधियों में भाग लेने के लिए कोई अधिकारी उपलब्ध नहीं हैं। यह स्थिति दवा के नमूने लेने, मेडिकल दुकान के निरीक्षण, दवा निर्माताओं के निरीक्षण और चिकित्सा उपकरण लाइसेंस की अनुमति देने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को खतरे में डालने का काम कर रही है। एफडीए अधिकारियों की अनुपस्थिति जनता के लिए उपलब्ध दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की गुणवत्ता के साथ ही सुरक्षा सुनिश्चित करने की क्षमता में गंभीर रूप से बाधा पैदा करेगी, जो मुंबईकरों के स्वास्थ्य के लिए चिंता का विषय है।
तीन महीने तक रुक जाएगी दवा की सैंपलिंग
अभय पांडेय ने कहा कि एफडीए में पोस्टेड सभी अधिकारियों की इलेक्शन ड्यूटी में लगाए जाने से अब तीन महीनों तक मुंबई में दवाओं पर नियंत्रण न के बराबर रहेगा। इसी के साथ ही तीन महीनों तक दवाओं की सैंपलिंग रुक जाएगी। दवाओं से जुड़े आवेदन का निपटारा रुक जाएगा। मेडिकल स्टोर पर बिना प्रिस्क्रिप्शन की समस्या बढ़ जाएगी। इसके साथ ही कई समस्याएं पैदा होंगी। ऐसे में एफडीए के सभी अधिकारियों को चुनावी कामकाज से दूर रखने की अपील उन्होंने जिलाधिकारी से की है।