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शिंदे सरकार के दावों की पोल खुली … ७५० किमी कांक्रीट सड़क अब भी केवल कागजों पर!

सामना संवाददाता / मुंबई
गद्दारी करके राज्य की सत्ता हथियानेवाली ‘ईडी’ सरकार ने मुंबई की सड़कों की दुर्दशा कर डाली है। मुख्यमंत्री बनते ही एकनाथ शिंदे ने बड़े जोर-शोर से घोषणा की थी कि वे मुंबई में ७५० किलोमीटर सड़कों का कांक्रीट की सड़कें बनवाएंगे। मगर अफसोस है कि सिर्फ नाममात्र की सड़कें ही कांक्रीट की बनी हैं। जानकार बताते हैं कि सवा दो साल के कार्यकाल में बमुश्किल ५ फीसदी सड़कें ही बनी हैं। यही वजह है कि इस बारिश के मौसम में शहर की सड़कों की हालत काफी ज्यादा खराब हो गई।

सीएम के जुमले से
मुंबईकर नाराज!
पूछ रहे हैं, ‘रोड बनाने के वादे का क्या हुआ?’
‘ईडी’ सरकार के राज में देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की सड़कें बदहाल हैं। सीएम शिंदे ने पद संभालने के बाद मुंबई में ७५० किलोमीटर सड़कें कांक्रीट की बनाने की बात कही थी। मगर हकीकत में सीएम की यह बात सिर्फ जुमला साबित हुई। ऐसे में मुंबईकरों ने सीएम के इस जुमले पर आक्रोश व्यक्त किया है और पूछ रहे हैं कि ७५० किमी कांक्रीट की रोड बनाने के वादे का क्या हुआ? बोरीवली में रहनेवाली पूजा मिश्रा ने बताया कि एकनाथ शिंदे जब से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने हैं, तब से ही आम जनता के पैसों को फालतू योजनाओं पर उड़ा रहे हैं। मुंबई की सड़कों की हालत खराब हैं। जगह-जगह गढ्ढे पड़ गए हैं। इससे साफ है कि सीएम बनने के बाद शिंदे ने जो ७५० किलोमीटर सड़क कांक्रीटीकरण का वादा किया था, उसे पूर्ण करने में फेल रहे हैं। मुलुंड में रहनेवाले ऋषिकेश धादवड ने बताया कि मुख्यमंत्री केवल चुनाव को याद रखकर काम करते नजर आ रहे हैं। शिंदे के सीएम बनते ही सड़कों से लेकर सुरक्षा तक सारा सिस्टम गड़बड़ा गया है। सड़कों का हाल भी बेहद खराब हैं।मुंबईकर रवीना ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जब मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने ७५० किलोमीटर सड़क कांक्रीटीकरण का वादा किया था, लेकिन सवा दो साल बीत जाने के बावजूद केवल ५ प्रतिशत कार्य हुआ है, जो कि सरकार के लिए शर्मनाक है।

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