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न सड़क, न अस्पताल, न ही कोई सुविधा, डोंबिवली बनी प्रॉब्लम सिटी! …घाती सरकार के विकास कार्यों पर दीपेश म्हात्रे ने उठाया सवाल

संदीप पांडेय / कल्याण
शिवसेना ( उद्धव बालासाहेब ठाकरे) में घर वापसी कर पूर्व नगरसेवक दीपेश म्हात्रे ने डोंबिवली के भाजपा विधायक और राज्य मंत्री रविन्द्र चव्हाण पर तीखा हमला बोला है। म्हात्रे ने चव्हाण पर आरोप लगाया कि वे शहर के विकास को नजरअंदाज कर केवल पार्टी तोड़ने और विरोधियों पर झूठे आरोप लगाकर केस दर्ज कराने में व्यस्त रहते हैं।
म्हात्रे ने कहा कि चव्हाण ने डोंबिवली की समस्याओं को अनदेखा कर केवल अपने करीबी लोगों और कंपनियों का विकास किया है। उन्होंने आगे कहा कि चव्हाण डोंबिवली के विकास के बजाय सांस्कृतिक कार्यक्रमों और जोड़-तोड़ में व्यस्त रहते हैं। यदि मंत्री चव्हाण चाहते तो डोंबिवली को एक चमकता शहर बना सकते थे, लेकिन आज लोग गड्ढों में हिचकोले खाते हुए गंतव्य तक पहुंचने को मजबूर हैं।
म्हात्रे ने शहर की खराब सड़कों और बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या पर भी जोर देते हुए कहा कि स्थिति इतनी खराब हो गई है कि लोग घंटों ट्रैफिक में फंसते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि गूगल पर चव्हाण के विकास कार्य सर्च करें, आपको केवल समस्याओं की लिस्ट मिलेगी।
उनका आरोप है कि चव्हाण के कार्यकाल में डोंबिवली ‘प्रॉब्लम सिटी’ बन गई है, जहां न सड़कें हैं, न अस्पताल, और न ही कोई ठोस विकास कार्य। उन्होंने यह भी कहा कि मैं शाश्वत विकास चाहता हूं, इसलिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) में वापस आया हूं। उन्होंने कहा कि मशाल के जरिए ही शहर के विकास के लिए ठोस कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस चुनाव में केवल विकास का मुद्दा ही काम करेगा और बाकी सभी मुद्दे अप्रासंगिक साबित होंगे। म्हात्रे ने आरोप लगाया कि रविन्द्र चव्हाण लाखों रुपए डांडिया जैसे कार्यक्रमों में खर्च करते है, अगर वही पैसा शहर के विकास में लगाया जाता, तो शहरवासी भाजपा को वोट देकर खुद को ठगा हुआ महसूस नहीं करते।

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